Gautam Gambhir Praises Ravindra Jadeja: इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में भारत को पांचवें दिन हार का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। मैच में इंग्लैंड को 22 रनों से करीबी जीत हासिल हुई। रवींद्र जडेजा आखिरी तक नाबाद रहे लेकिन भारत को जीत दिलाने में सफल नहीं हो पाए। इसी वजह से कुछ जानकर उनके इंटेंट पर सवाल उठाते नजर आए। हालांकि, भारतीय हेड कोच गौतम गंभीर को जड्डू का प्रयास काफी पसंद आया और उन्होंने भारतीय ऑलराउंडर की जमकर तारीफ की है।इंग्लैंड ने भारत के सामने 193 का लक्ष्य रखा था लेकिन ज्यादातर प्रमुख बल्लेबाजों के आउट हो जाने के कारण टीम इंडिया काफी मुश्किल में आ गई थी। एक समय स्कोर 82/7 हो गया था लेकिन रवींद्र जडेजा ने लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों के साथ मिलकर मोर्चा संभाले रखा और 181 गेंदों में 61 रनों की नाबाद पारी खेली। हालांकि, उनका प्रयास काम नहीं आया क्योंकि दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे और आखिरी में मोहम्मद सिराज के आउट होने से भारत की हार हो गई।रवींद्र जडेजा के लिए BCCI ने शेयर किया खास वीडियोशुक्रवार को बीसीसीआई ने X पर एक खास वीडियो शेयर किया, जिसमें गौतम गंभीर ने रवींद्र जडेजा को लेकर कहा:"वो एक अविश्वसनीय मुकाबला था। जड्डू ने जिस अंदाज से लड़ाई की, बिलकुल शानदार था।" वहीं भारतीय टीम के सहायक कोच रयान टेन डेशकाटे ने पिछले दो टेस्ट में रवींद्र जडेजा के द्वारा दिखाई गई निरंतरता की तारीफ की। जड्डू ने लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में 72 रन बनाए थे। वहीं इससे पहले एजबेस्टन की दोनों पारियों में क्रमशः 89 और 69* का स्कोर बनाया था। डेशकाटे ने कहा:"उनकी बल्लेबाजी अब एक नए स्तर पर पहुंच गई है। पिछले दो टेस्ट मैचों में, मुश्किल परिस्थितियों में ड्रेसिंग रूम में वो जो निरंतरता और धैर्य लेकर आए, वह वाकई काबिले तारीफ है।" आपको बता दें कि रवींद्र जडेजा टेस्ट मैचों में लगातार चार अर्धशतक लगाने वाले केवल तीसरे भारतीय बल्लेबाज़ बन गए। पिछले दो टेस्ट मैचों की सभी पारियों में अर्धशतक लगाने के साथ, जडेजा इस खास लिस्ट में ऋषभ पंत और सौरव गांगुली के साथ शामिल हो गए। वह लॉर्ड्स में दो अर्धशतक लगाने वाले केवल दूसरे भारतीय बल्लेबाज भी बने। इससे पहले पूर्व क्रिकेटर वीनू मांकड़ ने 1952 में इस मैदान पर 72 और 184 रन बनाए थे। वहीं जड्डू इंग्लैंड में छठे या उससे नीचे के क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए एक टेस्ट मैच में दो बार दो अर्धशतक लगाने वाले पहले मेहमान खिलाड़ी भी बने।