IND vs BAN: दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच खेला जा रहा है। इस मुकाबले में नजमुल हुसैन शांतो ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना का फैसला लिया है। भारतीय टीम ने अपनी प्लेइंग 11 में कोई बदलाव नहीं किया है और ग्वालियर में हुए मैच में खेलने वाले खिलाड़ियों को एक बार फिर से मौका मिला है। फैंस को उम्मीद थी कि हर्षित राणा का दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
वहीं, कई फैंस मान रहे हैं कि इसके पीछे गौतम गंभीर का दिमाग है। दरअसल, उनका मानना है कि गंभीर नहीं चाहते कि हर्षित राणा अपना डेब्यू करें, क्योंकि इससे वह कैप्ड खिलाड़ी बन जाएंगे और फिर केकेआर को मेगा ऑक्शन में उन्हें रिटेन करने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करेंगे।
अगर हर्षित का डेब्यू नहीं होता, तो फ्रेंचाइजी उन्हें 4 करोड़ में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर आसानी से रिटेन कर सकती है। टीम इंडिया के कोच बनने से पहले गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर रह चुके हैं।
हर्षित राणा को दूसरे टी20 मैच में नहीं खिलाने को लेकर आए रिएक्शंस पर एक नजर
(क्या हर्षित राणा को प्लेइंग इलेवन में शामिल न करके गंभीर केकेआर की मदद कर रहे हैं?)
(अगर वे (टीम इंडिया) आज जीतते हैं और अगले मैच में हर्षित राणा को कैप नहीं देते हैं तो गंभीर इसके पीछे की वजह होंगे। लेकिन मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा, वे आज जीतेंगे और राणा अगले मैच में डेब्यू करेंगे।)
(यह बिलकुल अनुचित है कि गंभीर, हर्षित राणा को डेब्यू करने का मौका न देकर केकेआर की अप्रत्यक्ष रूप से मदद कर रहे हैं, जबकि वह काफी समय से टीम के साथ हैं। अगर हर्षित कैप्ड खिलाड़ी बन जाता है, तो वह अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रिटेंशन के लिए पात्र नहीं होगा।)
(अगर हर्षित राणा तीसरा मैच नहीं खेलते हैं तो केकेआर गौतम गंभीर की मूर्ति बनवाएगी।)
(हर्षित राणा का कोई अंतरराष्ट्रीय पदार्पण नहीं हुआ। वह अभी भी एक अनकैप्ड खिलाड़ी हैं और केकेआर को उन्हें बनाए रखने के लिए केवल 4 करोड़ खर्च करने होंगे। मुझे उम्मीद है कि गौतम गंभीर का उनके पदार्पण से कोई लेना-देना नहीं होगा।)