पाकिस्तान की टीम ने 2007 में भारत का दौरा किया था। इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच 5 वनडे और 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी। वनडे और टेस्ट सीरीज दोनों को ही भारत ने जीता था। 5 मैचों की वनडे सीरीज को भारत ने 3-2 से जीता था, तो वहीं टेस्ट सीरीज को भारत ने 1-0 से अपने नाम किया था।
हालांकि इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान कोई भी टेस्ट सीरीज देखने को मिली है। 2012-13 में पाकिस्तान ने भारत का दौरा वनडे और टी20 सीरीज के लिए किया था, लेकिन टेस्ट सीरीज दोनों देशों के बीच 2007 में ही हुई थी। पिछले कुछ सालों से दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी के इवेंट में ही एक दूसरे से भिड़ते हुए नजर आते हैं।
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भारत ने पाकिस्तान को दिल्ली में हुए पहले टेस्ट में शिकस्त दी थी, तो कोलकाता में हुए दूसरा और बैंगलोर में हुए तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था। हालांकि तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम जीत के काफी करीब आई थी, लेकिन अंत में यह मैच ड्रॉ हो गया था।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 626 रन बनाए थे, जिसके जवाब में पाकिस्तान की टीम ने 537 रन बनाए। भारत ने अपनी दूसरी पारी 284-6 के स्कोर पर घोषित कर दी। दूसरी पारी में पाकिस्तान का स्कोर 162-7 था, जब मुकाबले को ड्रॉ घोषित किया गया। इस मैच में भारत की तरफ से तीन खिलाड़ियों ने शतक लगाए थे। सौरव गांगुली को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था।
इस आर्टिकल में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी टेस्ट में खेलने वाली भारतीय टीम अब कहां है, इसके ऊपर नजर डालेंगे:
सलामी बल्लेबाज: गौतम गंभीर और वसीम जाफर
वसीम जाफर के लिए यह टेस्ट बिल्कुल भी यादगार नहीं रहा था और वो दोनों ही पारियों में काफी कम स्कोर पर आउट हो गए थे। जाफर ने पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में 18 रन बनाए थे। वसीम जाफर ने मार्च 2020 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है। वसीम जाफर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और IPL में वो पंजाब किंग्स के कोचिंग स्टाफ का भी हिस्सा हैं।
गौतम गंभीर बैंगलोर में ही तीसरे टेस्ट में वसीम जाफर के साथ दूसरे ओपनर थे। गंभीर के लिए यह टेस्ट ज्यादा खास नहीं रहा था, पहली पारी में वो 5 और दूसरी पारी में सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हो गए थे। गौतम गंभीर ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 2016 में खेला था। हालांकि 2018 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया और अब वो पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं।
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राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने 2012 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए टेस्ट में द्रविड़ का बल्ला कुछ खास नहीं चला था। इस मैच की पहली पारी में 19 और दूसरी पारी में 42 रनों का योगदान दिया था। संन्यास लेने के बाद द्रविड़ भारतीय अंडर 19 और ए टीम की कोचिंग कर चुके हैं। इस समय वो एनसीए में हैं ।
सौरव गांगुली इस मैच में 4 नंबर पर खेले थे और इस मैच में उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। गांगुली ने पहली पारी में 239 रन बनाए, जो उनके करियर का बेस्ट स्कोर है और दूसरी पारी में 91 रन बनाए थे। गांगुली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। सौरव गांगुली ने 2008 में संन्यास ले लिया था और अब वो बीसीसीआई के प्रेसिडेंट हैं।
वीवीएस लक्ष्मण किसी पहचान के मोहताज नहीं है और उन्होंने कई बार भारत को मुश्किल परिस्थिति से निकाला है। लक्ष्मण के लिए भी यह टेस्ट कुछ खास नहीं रहा था, पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में सिर्फ 14 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। लक्ष्मण ने 2012 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और इस समय वो कमेंट्री कर रहे हैं और सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटर भी हैं।
#) युवराज सिंह और दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर)
युवराज सिंह जरूर टेस्ट टीम में अपनी जगह कभी पक्की नहीं कर पाए, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। युवराज सिंह ने पहली पारी में 169 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेलते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया था। दूसरी पारी में युवी ने सिर्फ 2 रन बनाए। हालांकि गेंद के साथ पाकिस्तान की दूसरी पारी में उन्होंने 2 विकेट लिए। युवराज सिंह ने 2019 में संन्यास ले लिया, लेकिन अभी वो विदेशी लीग में खेल रहे हैं।
दिनेश कार्तिक इस मैच में विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे थे। पहली पारी में कार्तिक ने सिर्फ 24 रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेलते हुए 52 रन बनाए थे। दिनेश कार्तिक ने अभी संन्यास नहीं लिया है और आखिरी बार भारत के लिए 2019 वर्ल्ड कप में खेलते हुए नजर आए थे।
#) स्पिनर्स: अनिल कुंबले (कप्तान) और हरभजन सिंह
पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आखिरी टेस्ट में अनिल कुंबले टीम के कप्तान थे। बल्ले के साथ कुंबले को ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं मिला। हालांकि गेंद के साथ पहली पारी में उन्होंने एक विकेट लिया, तो दूसरी पारी में घातक गेंदबाजी करते हुए 60 रन देकर 5 विकेट लिए। कुंबले ने 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस समय वो किंग्स XI पंजाब के कोच हैं। आपको बता दें कि टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
भारत को अपने दम पर कई मैच जिताने वाले हरभजन सिंह ने टेस्ट क्रिकेट में 400 से ज्यादा विकेट लिए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ इस टेस्ट में भज्जी को पहली पारी में दो विकेट मिले, लेकिन दूसरी पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। हरभजन सिंह ने अभी संन्यास नहीं लिया है और आईपीएल में वो कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल रहे हैं।
#) तेज गेंदबाज: इरफान पठान और इशांत शर्मा
इरफान पठान ने बल्ले के साथ अपने करियर का पहला शतक पाकिस्तान के खिलाफ इसी मैच में लगाया था। इरफान पठान ने 102 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली, तो दूसरी पारी में भी वो 21 रन बनाकर नाबाद रहे। इरफान पठान को गेंद के साथ पहली पारी में एक विकेट मिला था। इरफान पठान ने 2020 की शुरुआत में संन्यास का ऐलान कर दिया। इस समय वो कमेंट्री करते हुए नजर आते हैं ।
इशांत शर्मा ने पाकिस्तान के खिलाफ इस टेस्ट की पहली पारी में घातक गेंदबाजी करते हुए 118 रन देकर 5 विकेट चटकाए। इशांत शर्मा ने अभी संन्यास नहीं लिया है और वो मौजूदा समय में भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख सदस्य हैं।