मुंबई इंडियंस आईपीएल के इस सीजन में प्लेऑफ़ तक का सफर तय कर चुकी है। इसके बाद चेन्नई सुपरकिंग्स का नाम आता है, जो बाहर हो गई है। इन दोनों टीमों को छोड़ दें, तो सभी टीमें अब भी प्लेऑफ़ की दौड़ में बनी हुई है। हालांकि गुरुवार को हुए आईपीएल मैच में केकेआर की हार से किंग्स इलेवन पंजाब को प्लेऑफ़ में जाने के लिए आसानी हो सकती है लेकिन पूरी तरह से अभी कुछ भी नहीं हुआ है।
राजस्थान रॉयल्स अभी दूसरे स्थान पर है और प्लेऑफ़ में जाने के अवसर ज्यादा उसके है। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स सबसे नीचे है इसलिए उनके पास सबसे कम अवसर होंगे। इस लेख में यही बताया गया है कि कैसे छह टीमों के पास अब भी आईपीएल प्लेऑफ़ में जाने का रास्ता है।
आईपीएल प्लेऑफ़ की स्थिति
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
इस टीम के पास अभी दो मैच मौजूद हैं और एक मैच जीतने पर बिना नेट रन रेट के टीम क्वालिफाई कर जाएगी। हारने की स्थिति में थोड़ी मुश्किल होगी लेकिन अभी आरसीबी का पक्ष काफी मजबूत है।
दिल्ली कैपिटल्स
आरसीबी की तरह दिल्ली कैपिटल्स की टीम भी बराबर (14) अंकों के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर है लेकिन नेट रन रेट उनकी कमजोर है। ऐसे में अगले दोनों मैच जीतकर यह टीम सीधे प्लेऑफ़ के लिए क्वालिफाई कर जाएगी।
किंग्स इलेवन पंजाब
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम चौथे स्थान पर है और अगले दोनों मैच जीतकर यह टीम प्लेऑफ़ में जगह बना सकती है। अगर यह टीम एक ही मैच जीतने में सफल रहती है, तो मामला नेट रन रेट तक चला जाएगा। इसके अलावा केरल राहुल की टीम दोनों ही मैचों में हार का सामना करती है, तो टॉप चार से बाहर हो जाएगी। इससे किंग्स इलेवन पंजाब के नीचे वाली टीमों को फायदा मिलता हुआ नजर आ रहा है।
कोलकाता नाइटराइडर्स
पिछले मैच में चेन्नई से हारने वाली केकेआर की टीम के पास एक मैच है जिसे उन्हें जीतना ही होगा। इसके अलावा किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमों को कम से कम एक-एक मैच में हारना होगा तभी केकेआर की राह आसान हो पाएगी।
सनराइजर्स हैदराबाद
सनराइजर्स हैदराबाद के लिए राहत की बात यह है कि उनकी नेट रन रेट प्लस में है। मुंबई और आरसीबी के खिलाफ अगले दोनों मैचों में उन्हें जीतना होगा। इसके अलावा उनसे आगे वाली दोनों टीमों को लीग स्टेज 14 अंकों पर समाप्त करना होगा। इसके बाद उन्हें नेट रन रेट से फायदा होगा।
राजस्थान रॉयल्स
प्लेऑफ़ में जाने के सबसे कम आसार इस टीम के हैं। राजस्थान रॉयल्स उन्हें अपने अगले दोनों मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे। इसके अलावा टॉप चार में जाने वाली एक टीम के अंक 14 से ज्यादा नहीं होने चाहिए। एक भी हार अगर उनकी होगी, तो वे टूर्नामेंट के प्लेऑफ़ दौर से बाहर होंगे।