पुरुष टी20 क्रिकेट का पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 17 फरवरी 2005 को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। उस समय इस बात का शायद ही किसी को अंदाजा हो कि यह प्रारूप आगे चलकर दुनिया भर की क्रिकेट में क्रांति ला देगा। आज यह प्रारूप दर्शकों के पसंदीदा क्रिकेट प्रारूपों में से एक है। टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण अलग-अलग देशों ने खुद की टी20 क्रिकेट लीगों का आयोजन करवाना शुरू कर दिया।
आईपीएल आज दुनिया की सबसे टी20 क्रिकेट लीग है और इस लीग में दुनिया भर के बड़े खिलाड़ी खेलते हुए नजर आते हैं। आईपीएल के पहले मैच में ही ब्रेंडन मैकलम की 158 रनों की नाबाद पारी ने इस लीग की शुरुआत को एक अलग ही आयाम दिया। टी20 क्रिकेट में सभी टीमें प्रत्येक खिलाड़ी से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद करती हैं।
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टी20 क्रिकेट में विकेट कीपर की भूमिका केवल विकेटकीपिंग करने तक ही नहीं सीमित रह गयी है। पहले विकेट कीपर की भूमिका केवल इतनी होती थी कि वो बेहतर कीपिंग करे और जरूरत पड़ने पर थोड़ी बहुत बल्लेबाजी कर सके। आधुनिक क्रिकेट में अब ऐसा नहीं है और अब टीमें एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की तलाश करती हैं और उनसे विकेटकीपिंग की भी उम्मीद करती हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे कई पूर्व धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज थे जो आईपीएल में खेलते तो जरूर सफल होते। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ऐसे ही तीन पूर्व विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाजों पर नजर डालते हैं, जो आईपीएल में सफल हो सकते थे:
#3 एंडी फ्लावर
एंडी फ्लावर कई वर्षों तक जिम्बाब्वे के लिए एक असाधारण बल्लेबाज और भरोसेमंद विकेट कीपर थे । फ्लावर ने नब्बे के दशक में जिम्बाब्वे क्रिकेट की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। टेस्ट क्रिकेट में 51.54 की बल्लेबाजी औसत और वनडे क्रिकेट में 35.34 की बल्लेबाजी औसत से फ्लावर की निरंतरता का पता चलता है। फ्लावर ने वनडे क्रिकेट में 74.60 के स्ट्राइक रेट से 6876 रन बनाये थे और मध्यक्रम के शानदार बल्लेबाज थे।
अपने बल्लेबाजी कौशल के अलावा फ्लावर एक शानदार कीपर थे, जिन्होंने 141 कैच लपके और वनडे क्रिकेट में 32 स्टंपिंग भी की थी । आईपीएल में एंडी फ्लावर का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिलता क्योंकि उनकी बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग स्किल्स के कारण उनकी आईपीएल में काफी मांग होती ।
#2 रोमेश कालुवितराना
श्रीलंकाई कीपर-बल्लेबाज रोमेश कालुवितराना अपने खेल के दिनों में खासतौर पर वनडे फॉर्मेट में जबरदस्त ओपनर थे । उन्होंने सनथ जयसूर्या के साथ मिलकर पहले 15 ओवरों में वनडे क्रिकेट खेलने का तरीका बदल दिया। वह गेंदबाजों पर शुरू से ही हावी होकर विपक्षी टीम को बैकफुट पर लाने की कोशिश करते थे। जब टीमें एक वनडे के पहले 15 ओवरों में 60 रन से खुश हुआ करती थीं, तब जयसूर्या के साथ रोमेश कालुवितराना ने अपने आक्रमण बल्लेबाजी कौशल के साथ पहले 15 ओवरों में लगातार 90 रन से ऊपर का स्कोर किया और श्रीलंका को बेहतरीन शुरुआत दिलाई।
1990 से 2004 के बीच 14 साल के वनडे करियर में कालुवितराना ने 77.7 के स्ट्राइक रेट से 3711 रन बनाए। कालुवितराना को टी20 फॉर्मेट जरूर पसंद आता और वह आइपीएल में टॉप पिक्स में से एक हो सकते थे।
#1 क्रेग कीसवेटर
क्रेग कीसवेटर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए एक छोटा लेकिन प्रभावी करियर था । उनका 40 वनडे पारियों में 89.93 और 25 टी-20 अंतरराष्ट्रीय पारियों में 111.91 का स्ट्राइक रेट था। कीस्वेटर ने 2010 से 2013 के बीच 71 मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय टी20 डेब्यू 2010 में आईसीसी विश्व टी-20 में किया था। उस विश्व कप के फ़ाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार 63 रन बनाकर इंग्लैंड को अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने में मदद की थी।
अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में कीस्वेटर की सफलता इस बात की तरफ इशारा करती है कि वो आईपीएल में भी सफल हो सकते थे।