14 नवंबर आईपीएल टीमों के लिए एक व्यस्त दिन रहा, क्योंकि उन्हें अगले महीने की नीलामी से पहले रिलीज किये खिलाड़ियों की अंतिम लिस्ट जारी करनी थी। टीमों को मौजूदा टीम से खिलाड़ियों को रिलीज करके नीलामी में उपलब्ध स्लॉट और अपने पर्स को बढ़ाने का मौका मिला था।
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टीमों ने इस मौके का अच्छा इस्तेमाल किया है और अपने कई महंगे और प्रभावित नहीं कर पाने वाले खिलाड़ियो को रिलीज कर दिया है। रिलीज की बात करें तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सबसे ज्यादा 12 खिलाड़ियों को रिलीज किया। इसके कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स ने 11-11 खिलाड़ियों को रिलीज किया, जबकि मौजूदा चैम्पियन मुंबई इंडियंस ने 10 खिलाड़ियों को रिलीज किया।
ट्रेड विंडो में सबसे सक्रिय फ्रेंचाइजी रही दिल्ली कैपिटल्स ने 9 खिलाड़ियों को, जबकि किंग्स इलेवन पंजाब, चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद ने क्रमशः 7, 6 और 5 खिलाड़ियों को रिलीज किया। जहां एक तरफ ज्यादातर खिलाड़ियो को उम्मीद के मुताबिक रिलीज किया गया, वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिन्हें रिलीज नहीं किया जाना चाहिए था।
आइये नजर डालें उन 5 खिलाड़ियों पर जिन्हें रिलीज नहीं किया जाना चाहिए था:
5. डेविड मिलर
डेविड मिलर एक समय तक किंग्स इलेवन पंजाब के प्रमुख बल्लेबाज थे। मिलर ने फिनिशर के रूप में पंजाब के लिए काफी बार शानदार प्रदर्शन किया है। इसके अलावा वह एक अच्छे फील्डर हैं। इसमें कोई शक नहीं कि मिलर की फॉर्म पिछले कुछ सालों से खराब रही है लेकिन भारतीय पिचों पर खेलने के उनके वर्षों के अनुभव को देखते हुए उन्हें रिटेन किया जा सकता था।
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4. पियूष चावला
चावला 2014 में केकेआर में शामिल होने के बाद से टीम का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। वह बीच के ओवरों में कप्तान गौतम गंभीर के भरोसेमंद गेंदबाज थे और उन्होंने 2014 में टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
हालांकि आईपीएल 2019 में उनका प्रदर्शन औसत रहा था। उन्होंने 13 मैचों में 39.90 की औसत से सिर्फ 10 विकेट लिए और उनकी इकॉनमी रेट 8.96 की रही। लेकिन पिछले 6 सालों के दौरान उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें रिटेन किया जाना चाहिए था।
3. क्रिस मॉरिस
2017 में दिल्ली के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले क्रिस मॉरिस ने 2018 और 2019 सीजन में कोई खास प्रदर्शन नहीं किया था। वो बल्लेबाज के रूप में पूरी तरह विफल रहे लेकिन गेंदबाजी में उन्होंने ठीक ठाक प्रदर्शन किया था। हाल ही में समाप्त हुए वर्ल्ड कप में भी मॉरिस ने शानदार प्रदर्शन किया था। इसको देखते हुए उन्हें एक और मौका मिलना चाहिए था।
2. डेल स्टेन
डेल स्टेन को पिछले सीजन टूर्नामेंट के दौरान रिप्लेसमेंट के तौर पर आरसीबी में शामिल किया गया था। स्टेन ने पिछले सीजन दो मैच खेले और अच्छी गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट चटकाए।
स्टेन चोट के कारण टूर्नामेंट में आगे नहीं खेल पाए और इस वजह से आरसीबी ने इस बार उन्हें रिटेन नहीं किया। टेस्ट से संन्यास लेने के बाद स्टेन के बार-बार चोटिल होने की संभावना कम होगी, ऐसे में उनको रिटेन किया जा सकता था।
1. क्रिस लिन
क्रिस लिन ने 2017 सीजन में 7 मैचों में 180 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से 295 रन बनाए थे। इसकी वजह से उनको अगले सीजन में 9.6 करोड़ की बोली मिली थी। लिन ने अगले दो सीजन में भी 400 से ज्यादा रन बनाये। लेकिन पिछले सीजन उनकी स्ट्राइक रेट कम होने की वजह से केकेआर ने उन्हें रिलीज कर दिया। लिन का प्रदर्शन बहुत बुरा नहीं था, ऐसे में उनको रिटेन किया जाना चाहिए था।