3 Indian players career could over after BGT squad snub: पुणे में भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी दूसरे टेस्ट के बीच ही बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए अलग-अलग स्क्वाड का ऐलान कर दिया। दक्षिण अफ्रीका में खेली जाने वाली टी20 सीरीज में उम्मीद के मुताबिक ही खिलाड़ियों का चयन हुआ है, जिसमें रमनदीप सिंह, विजयकुमार और यश दयाल को पहली बार मिली जगह मिली है। वहीं, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चुने गए स्क्वाड में नए चेहरों में अभिमन्यु ईश्वरन, हर्षित राणा और नितीश रेड्डी का नाम शामिल है।
ऑस्ट्रेलिया दौरा डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए लिहाज से भी काफी अहम होने वाला है। लग रहा था कि शायद कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को मौका मिल सकता है, जो पिछले कुछ समय से टीम इंडिया से बाहर हैं और उनके पास वापसी का ये आखिरी मौका हो सकता था। लेकिन बीसीसीआई ने इनको नजरअंदाज करते हुए कहीं न कहीं इस बात का संकेत दे दिया कि शायद अब इनका करियर समाप्त हो चुका है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं।
3. इशांत शर्मा
जहीर खान के संन्यास के बाद, कई सालों तक भारतीय टीम के लिए टेस्ट में तेज गेंदबाजी अटैक के लीडर के रूप में नजर आने वाले इशांत शर्मा को 2021 के बाद ड्रॉप कर दिया गया था। इसके बाद, उन्हें दोबारा मौका नहीं मिला। इशांत ने अभी तक संन्यास नहीं लिया है लेकिन अब उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी नहीं चुना गया, जो साफ बताता है कि चयनकर्ता अब उनसे आगे बढ़ चुके हैं।
2. अजिंक्य रहाणे
पूर्व भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पिछली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया की कमान संभाली थी और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। हालांकि, रहाणे का प्रदर्शन इसके बाद से कुछ खास नहीं रहा और बल्लेबाजी में लगातार फ्लॉप होते रहे। इसी वजह से उन्हें टीम से ड्रॉप भी कर दिया गया। अनुभवी बल्लेबाज अभी भी घरेलू क्रिकेट खेल रहा है और कुछ अच्छी पारियां खेली लेकिन चयनकर्ताओं ने तवज्जो नहीं दी।
1. चेतेश्वर पुजारा
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के स्क्वाड के चुने जाने से पहले चेतेश्वर पुजारा ने रणजी ट्रॉफी में धमाकेदार दोहरा शतक लगाकर अपनी दावेदारी पेश की थी लेकिन उन्हें भी नजरअंदाज कर दिया गया। पुजारा ने पिछले दो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की सीरीज जीत में बहुत ही अहम भूमिका निभाई थी। इसी वजह से उनके अनुभव और हालिया फॉर्म को देखते हुए उम्मीद थी कि शायद उन्हें भारतीय स्क्वाड में वापसी का मौका मिल जाए लेकिन ऐसा नहीं हुआ।