3 मैच जिनमें भारत को मजबूत स्थिति में होने के बाद भी मिली हार 

भारत इन मैचों में मजबूत स्थिति में होने के बावजूद हार गया
भारत इन मैचों में मजबूत स्थिति में होने के बावजूद हार गया

भारतीय टीम इस समय विश्व की टॉप टीमों में से एक हैं और टीम को सफल बनाने में एक कप्तान का बहुत बड़ा हाथ होता है। भारतीय टीम काफी लकी रही है कि टीम को एक के बाद एक काफी बेहतरीन कप्तान मिले। सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली यह ऐसे कप्तान, जिनकी कप्तानी में भारत ने पिछले कई सालों में अपना दबदबा विश्व क्रिकेट में बनाया।

इस बीच भारत ने 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई, तो 2007 वर्ल्ड टी20 और 2011 का वर्ल्ड कप भी जीता। टेस्ट में भी टीम कई सालों तक नंबर एक रही। इसके अलावा कई मुकाबलों में टीम ने पिछड़ने के बावजूद जबरदस्त वापसी करते हुए जीत हासिल की।

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हालांकि ऐसे कई मौके भी रहे जब टीम ने बेहद मजबूत स्थिति में होने के बावजूद वो मैच गंवा दिया, जिसे उन्हें जीतना चाहिए।

इस आर्टिकल में हम तीनों फॉर्मेट के एक-एक ऐसे ही मैच की बात करेंगे, जिसे भारत ने मजबूत स्थिति में होने के बावजूद गंवाया:

#) भारत vs ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड 2013 (टेस्ट क्रिकेट)

आखिरी दिन भारत को मिली हार
आखिरी दिन भारत को मिली हार

दिसंबर 2013 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए किया था। 9 दिसंबर से एडिलेड में सीरीज का पहला टेस्ट खेला गया। इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी नहीं खेल रहे थे, तो उनकी जगह विराट कोहली भारत की कप्तानी कर रहे थे। यह एक बेहद हाई स्कोरिंग रोमांचक मुकाबला था। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वॉर्नर (145), माइकल क्लार्क (128) और स्टीव स्मिथ (162) की शतकीय पारियों की बदौलत 517-7 के विशाल स्कोर पर पारी घोषित कर दी।

इसके जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में कप्तान विराट कोहली (115) के शतक के दम पर जबरदस्त पलटवार किया और टीम 444 रनों पर ऑलआउट हो गई। इस प्रकार ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 73 रनों की बढ़त मिली। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने तेज खेलते हुए डेविड वॉर्नर (102) के शतक के दम पर पारी को 290-5 के स्कोर पर घोषित कर दिया और मैच के आखिरी दिन भारत को 364 रनों का लक्ष्य दिया।

आखिरी दिन भारत को यहां तो 98 ओवर खेलने थे या 364 रन बनाने थे। हालांकि भारत ने हार नहीं मानी और जीतने के लिए खेली। आखिरी दिन शुरुआती झटके लगने के बाद विराट कोहली और मुरली विजय के बीच 183 रनों की बेहतरीन साझेदारी हुई। इस समय ऐसा लग रहा था कि भारत इस मैच को आसानी से जीत जाएगा। हालांकि मुरली विजय (99) के आउट होते ही भारतीय पारी लड़खड़ा गई। कोहली (141) ने जरूर शानदार शतक लगाया, लेकिन टीम 315 रनों पर ऑलआउट हो गई और 48 रनों से इस मैच को हार गई। ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन को मैच में 12 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

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#) भारत vs वेस्टइंडीज, जमैका (वनडे क्रिकेट)

भारत को एक रन से मिली थी हार
भारत को एक रन से मिली थी हार

2006 में भारत ने 5 मैचों की वनडे सीरीज के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया था और सीरीज का दूसरा मुकाबला जमैका में खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने रामनरेश सरवन के 98 रनों की बदौलत 50 ओवरों में 198-9 का स्कोर बनाया। भारत के लिए इरफान पठान ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।

199 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और टीम ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए। एक समय टीम का स्कोर 60-4 हो गया था। हालांकि युवराज सिंह ने एक छोर संभाले रखा और उन्हें सुरेश रैना (27) का अच्छा साथ मिला, जिसके साथ उन्होंने 64 रनों की साझेदारी की। यहां से ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम आसानी से इस मैच को जीत जाएगी। हालांकि रैना के आउट होते ही पारी फिर से लड़खड़ा गई, लेकिन युवी ने हार नहीं मानी थी।

वो आखिरी ओवर तक क्रीज पर रहे और भारत को मैच में बनाए रखा। आखिरी ओवर में भारत को 11 रन चाहिए थे और मुनाफ पटेल ने पहली गेंद पर स्ट्राइक युवराज सिंह दो देदी। युवराज सिंह ने दूसरी और तीसरी गेंद पर चौका लगाते हुए भारत को जीतने वाली स्थिति में ला दिया। आखिरी तीन गेंदों पर भारत को जीतने के लिए 2 रनों की दरकार थी, लेकिन चौथी गेंद पर युवी बोल्ड हो गए और भारत एक रन से इस मैच को हार गया।

युवराज सिंह ने 121 गेंदों में 8 चौके और एक छक्के की मदद से 93 रनों की बेहतरीन पारी खेली। सरवन को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

#) भारत vs न्यूजीलैंड, चेन्नई (टी20 क्रिकेट)

चेन्नई टी20 में भारत की हार
चेन्नई टी20 में भारत की हार

युवराज सिंह ने कैंसर से जंग लड़ने के बाद वापसी करते हुए पहली सीरीज न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई थी। विशाखापट्टनम में खेला गया पहला मैच रद्द हो गया था और दूसरा मुकाबला चेन्नई में खेला गया। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ब्रेंडन मैकलम की 91 रनों की तूफानी पारी की बदौलत 167-5 का स्कोर बनाया।

168 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम विराट कोहली के अर्धशतकीय पारी की बदौलत टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। अंत में भारत को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 13 रनों की दरकार थी। युवी चौथी गेंद पर आउट हो गए और अंत में लास्ट गेंद पर टीम को 4 रन बनाने थे, लेकिन टीम सिर्फ 2 रन बना पाई और एक रन से इस मैच को हार गई। ब्रैंडन मैकलम को प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज चुना गया।

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