पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा को नहीं लगता कि महेंद्र सिंह धोनी अब भारतीय टीम में वापसी कर पाएंगे। चोपड़ा का मानना है कि लोगों ने यह धारणा बनाई है कि आईपीएल में धोनी के प्रदर्शन को देखकर टीम में शामिल किया जाएगा। आकाश चोपड़ा ने इसे गलत बताते हुए कहा है कि ऐसा नहीं है, आईपीएल के आधार पर उन्हें एक बार उनका टेस्ट नहीं किया जा सकता।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा कि यह बड़ी गलतफहमी है कि धोनी की टीम में वापसी आईपीएल में प्रदर्शन पर निर्भर है। इस तरह धोनी के को हम एक खिलाड़ी के रूप में देखेंगे तो मुझे लगता है कि हम एक गलत दरवाजे को खटखटा रहे हैं क्योंकि यह सही नहीं है।
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चोपड़ा ने यह भी कहा कि अगर टीम मैनेजमेंट उन्हें खिलाना चाहते हैं, वे खेलेंगे। आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप आयोजित नहीं होंगे तो वे एक साल और बड़े हो जाएंगे और अठारह महीने क्रिकेट से दूर होंगे। आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत के लिए फिर से नहीं खेलेंगे।
गौरतलब है कि पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ धोनी ने अंतिम बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला था। 9 महीने से वे खेल से दूर हैं। ऐसे में उनकी वापसी की उम्मीद कम ही नजर आती है। डेढ़ साल टीम से बाहर रहने के बाद टीम में सीधा चयन मुश्किल ही नजर आता है। आईपीएल में कुछ अच्छी पारियां धोनी के बल्ले से आती तो उनकी वापसी की उम्मीद कर सकते थे। आकाश चोपड़ा ने पूरा विश्लेषण करने के बाद ही इस सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। फ़िलहाल कोरोना वायरस की वजह से सभी प्रकार का क्रिकेट आयोजन बंद किया गया है।