इंग्लैंड (England Cricket Team) और ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के बीच पांच मैचों की एशेज सीरीज (Ashes Series) का चौथा टेस्ट 19 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में तीसरा टेस्ट 3 विकेट से जीतकर सीरीज में अपनी उम्मीदें जिंदा रखी और इसका अंतर 1-2 से कम किया।
इंग्लैंड की कोशिश मैनचेस्टर टेस्ट जीतकर सीरीज 2-2 से बराबर करने की होगी। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट एक खिलाड़ी से बहुत निराश हैं और चाहते हैं कि चौथे टेस्ट में उसे टीम से बाहर कर दिया जाए।
बॉयकॉट ने द टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में लिखा कि जॉनी बेयरस्टो अपने 100 प्रतिशत पर नहीं हैं और उन्हें बेन फोक्स से पहले खिलाने का कोई फायदा नहीं है। बेयरस्टो जब चोटिल थे, तब बेन फोक्स ने नियमित रूप से इंग्लैंड की टेस्ट टीम में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी।
बॉयकॉट ने लिखा, 'यह सब कहना कि अपने सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर को चुना गया, बेवकूफी है। जॉनी बेयरस्टो अपनी विकेटकीपिंग को लेकर सुरक्षित नहीं है। यह परेशानी है। मुझे दिख रहा है। मैं उन्हें तीसरे टेस्ट तक नहीं चुनता और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट की तैयारी के लिए यॉर्कशायर की तरफ से खेलने को कहता।'
पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा, 'आप इस तरह की गंभीर चोट से उबरकर सीधे राष्ट्रीय टीम में वापसी करें और वो भी ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ। आपको मुश्किल होगी ही।' ज्योफ्री बॉयकॉट का मानना है कि बेयरस्टो इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं, लेकिन वो अपनी 100 प्रतिशत लय में नहीं हैं।
बेयरस्टो ने हेडिंग्ले टेस्ट में कैच के कई आसान मौके गंवाएं। वो बल्ले से भी उपयोगी योगदान देने में नाकाम रहे हैं। बॉयकॉट ने अपने कॉलम में लिखा, 'कुछ लोग कहते हैं कि विजयी टीम को नहीं बदलना चाहिए। मैं इससे सहमत नहीं हूं। मैंने लंबे समय तक उच्च स्तर पर खेला और मेरा कॉमन सेंस मुझे कहता है कि जॉनी बेयरस्टो फिट नहीं हैं। वो 100 प्रतिशत सही मूव नहीं कर रहा है।'
बता दें कि जॉनी बेयरस्टो ने मौजूदा सीरीज के पहले तीन टेस्ट में 6 पारियों में 141 रन बनाए हैं। उन्होंने बर्मिंघम में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी में 78 रन बनाए और फिर अगली 5 पारियों में फ्लॉप प्रदर्शन किया।