इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (ENG vs AUS) के बीच एशेज सीरीज का पांचवा टेस्ट मैच खेला जा रहा है, और इस मैच में भारत के अंपायर नितिन मेनन (Nitin Menon) की काफी चर्चाएं हो रही हैं। नितिन मेनन इस मैच में थर्ड अंपायर की भूमिका निभा रहे हैं, और उन्होंने एक ऐसा निर्णय दिया, जिसने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया।
उन्होंने पहली नजर में रन आउट होते हुए दिखने वाले ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को नॉट आउट करार दिया। उसके बाद इंग्लैंड के फैंस ने नितिन मेनन के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया, वहीं दुनियाभर के क्रिकेट एक्सपर्ट ने भी अपनी-अपनी राय देनी शुरू कर दी है, जिसमें भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन भी शामिल हो गए हैं। अश्विन ने ट्वीट करके नितिन मेनन के सही फैसले की सराहना की है।
अश्विन ने की नितिन मेनन की तारीफ
दरअसल, 28 जुलाई को इस टेस्ट मैच का दूसरा दिन था। स्टीव स्मिथ बल्लेबाजी कर रहे थे, और पारी का 78वां ओवर क्रिस वोक्स डाल रहे थे। उस ओवर की तीसरी गेंद को स्टीव स्मिथ ने मिड-विकेट की ओर खेला और दो रन के लिए भागे। इतने में सब्सीट्यूट फील्डर ने गेंद पकड़ा और विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो को फेंका और उन्होंने स्मिथ को रन आउट कर दिया।
पहली बार देखने से ऐसा लग रहा था कि स्मिथ आउट हो चुके हैं। थर्ड अंपायर ने भी जब पहली बार रिप्ले चलाया तो स्मिथ खुद ही पवेलियन की ओर निकल पड़े और इंग्लैंड के खिलाड़ी खुशियां मनाना शुरू कर दिया, लेकिन थर्ड अंपायर नितिन मेनन ने बार-बार और धीरे-धीरे रिप्ले देखा और पाया कि बेयरस्टो के द्वारा स्टंप की गिल्लियां उखाड़ने से ठीक पहले तक स्मिथ का बैट क्रीज के अंदर आ चुका था। लिहाजा, उन्होंने स्मिथ को नॉट-आउट दिया और फिर बवाल शुरू हो गया।
इस मसले पर अश्विन ने एशेज की चर्चा करते हुए ट्वीट करके लिखा कि, नितिन मेनन के सही फैसले की सराहना करनी होगी।
हालांकि, क्रिकेट के नियमों वाली संस्था मेरिलोन क्रिकेट क्लब के मुताबिक नियम 29.1 के अनुसार जब तक स्टंप पर मौजूद गिल्लियों में से कम से कम एक पूरी तरह अलग न हो जाए या कम से कम एक स्टंप जमीन से उखाड़ा न जाए तब तक बल्लेबाज आउट नहीं माना जाता है। इस नियम के तहत नितिन मेनन ने बिल्कुल सही निर्णय दिया है।