भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का मानना है कि आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship Final) के फाइनल मुकाबले में खेलने से आने वाले भविष्य के खिलाड़ियों की दिलचस्पी टेस्ट क्रिकेट में बढ़ेगी। उनके अनुसार यह फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट को बचाने का एक अनोखा जरिया भी है। भारत और न्यूज़ीलैंड (New Zealand Cricket Team) के बीच टेस्ट क्रिकेट का पहला WTC फाइनल मुकाबला 18 जून से साउथैम्प्टन में खेला जायेगा।
चेतेश्वर पुजारा ने मैच से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेते हुए इस फाइनल मुकाबले की महत्वता बताई और कहा कि टेस्ट क्रिकेट को बरक़रार रखने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप मददगार है। इस टूर्नामेंट में हर एक मैच और सीरीज दिलचस्प रहती है। यदि हम इस फाइनल मुकाबले को जीत जाते हैं, तो काफी युवा खिलाड़ियों में टेस्ट क्रिकेट खेलने की दिलचस्पी बढ़ेगी और आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने के लिए वह टेस्ट क्रिकेट को ही चुनेंगे।
यह भी पढ़ें - सचिन तेंदुलकर ने चेतेश्वर पुजारा के आलोचकों को दिया करारा जवाब, कही बड़ी बात
चेतेश्वर पुजारा कई सालों से टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक मजबूत दीवार बनकर खड़े हैं। उनका करियर टेस्ट क्रिकेट में ही शानदार रहा है और WTC फाइनल मुकाबला उनके लिए बहुत बड़ा है। इसलिए इस बड़े मुकाबले को लेकर उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर यह मैच मेरे लिए बहुत अहम है। WTC फाइनल में हम पहली बार शिरकत कर रहें हैं। हम सभी ने इस दिन के लिए पिछले कुछ सालों में बहुत मेहनत की है और यह बिलकुल वैसा ही जैसे हम टी20 वर्ल्ड कप और एकदिवसीय विश्व कप में हिस्सा ले रहे हों।
यह भी पढ़ें - भारतीय महिला टीम के टेस्ट क्रिकेट का इतिहास
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण में चेतेश्वर पुजारा का योगदान टीम इंडिया की जीत में अहम रहा है। उन्होंने कई बार अहम मौकों पर टीम के लिए बेहतरीन योगदान दिया है। चेतेश्वर पुजारा ने इस टूर्नामेंट में 17 मुकाबले खेले और तक़रीबन 30 के औसत से 818 रन बनायें हैं, जिसमें 9 अर्द्धशतक शामिल रहे।