न्यूज़ीलैंड (New Zealand Cricket Team) के कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) ने ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) की पारी को अविश्वसनीय करार दिया। विलियमसन के मुताबिक जिन परिस्थितियों में मैक्सवेल ने उस पारी को खेला, वो वाकई में काफी खास है।
7 नवंबर को ग्लेन मैक्सवेल ने अफगानिस्तान द्वारा दिए गए 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 128 गेंदों में 201 रनों की नाबाद पारी खेली थी। उनकी यह पारी ज्यादा खास इसलिए थी, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सिर्फ 91 रनों पर 7 विकेट गंवा दिए थे, और उस वक्त उनका जीतना लगभग असंभव हो गया था। उसके बाद ग्लेन मैक्सवेल ने पैट कमिंस के साथ मिलकर रिकॉर्ड आठवें विकेट के लिए 202 रनों की अविजित साझेदारी की, जिसमें कमिंस का योगदान सिर्फ 12 रनों का था। मैक्सवेल को इस पारी के दौरान काफी ज्यादा शारीरिक तकलीफ हो रही थी, लेकिन अंत तक उन्होंने हार नहीं मानी।
केन विलियमसन ने की ग्लेन मैक्सवेल की तारीफ
श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल के लिए करो या मरो वाले मैच में उतरने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में केन विलियमसन से अफगानिस्तान के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल की पारी के बारे में सवाल पूछा गया। इस सवाल का जवाब देते हुए न्यूज़ीलैंड के कप्तान ने कहा,
"हां, वह वाकई में अविश्वसनीय रूप से एक खास पारी थी। उस पारी में सिर्फ रन ही नहीं बल्कि खासतौर पर जिस परिस्थितियों में उन्होंने वो पारी खेली। वह साफ तौर पर शारीरिक रूप से काफी संघर्ष कर रहे थे। उस परिस्थिति में पैट कमिंस के साथ मिलकर एक साझेदारी कर पाना बिना किसी सन्देश के ऑस्ट्रेलिया के लिए सर्वश्रेष्ठ वर्ल्ड कप जीत में से एक है, और शायद उन सभी टीमों के जिनके साथ ऐसा हो।
विलियमसन ने आगे कहा,
"साथ ही, अफगानिस्तान के लिए यह काफी मुश्किल पल था। वह बहुत शानदार खेल रहे थे। वो शायद 80-90 प्रतिशत मैच जीत चुके थे। और फिर, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सफेद गेंद की क्रिकेट में चीजें कितनी जल्दी बदलती हैं। और वो मैच इस बात का एकदम सटीक उदाहरण है, जिसमें हमें एक बेहतरीन पारी देखने को मिली।"
बहरहाल, न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम की बात करें तो उनके लिए गुरुवार यानी 9 नवंबर श्रीलंका के खिलाफ होने वाला मैच नॉकआउट जैसा होगा। इस मैच में जीत मिलते ही कीवी टीम सेमीफाइनल में पहुँच जाएगी, वहीं अगर हार मिली तो उसके टूर्नामेंट से बाहर होने की संभावना बढ़ जाएगी।