सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के क्रिकेट निदेशक टॉम मूडी ने खुलासा किया कि डेविड वॉर्नर हैरान और निराश हैं क्योंकि उन्हें टीम के कप्तानी पद से हटा दिया गया है। सनराइजर्स हैदराबाद ने केन विलियमसन को कप्तानी सौंपने का फैसला किया क्योंकि वॉर्नर के नेतृत्व में मौजूदा सीजन में हैदराबाद का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। ऑरेंज आर्मी ने रविवार से पहले 6 मैच खेले थे, जिसमें 5 में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
इसके अलावा डेविड वॉर्नर का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं चल रहा था। वह टीम को अच्छी शुरूआत नहीं दिला पा रहे थे। 6 मैचों में हैदराबाद के कप्तान ने 32.16 की औसत और 110.28 के स्ट्राइक रेट से 193 रन बनाए थे।
टॉम मूडी ने कहा, 'डेविड वॉर्नर अच्छे हैं। वह निश्चित ही हैरान और निराश हुआ। आप निराश होंगे ही कि दिग्गज खिलाड़ी होने के बाद बाहर बैठना पड़े। वो खेलना चाहते हैं। वह अपने आप को साबित करना चाहते हैं और टीम को जीत दिलाना चाहते हैं। वॉर्नर का प्रदर्शन इस मामले में शानदार रहा है। वह टीम के साथ अच्छे से घुले-मिले हुए हैं। पूर्व में जो हुआ, मुझे नहीं लगता कि आज की बात से संबंधित है।'
डेविड वॉर्नर को प्लेइंग 11 से किया गया बाहर
दुनिया के सबसे धाकड़ टी20 खिलाड़ी में से एक माने जाने वाले डेविड वॉर्नर को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद ने बाहर बैठाने का कठोर फैसला लिया। मूडी ने खुलासा किया कि बेहतर टीम संयोजन के कारण वॉर्नर को बाहर किया गया। अंतिम एकादश में वॉर्नर की जगह मोहम्मद नबी ने ली। बड़ी बात यह है कि सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा कि टीम विदेशी खिलाड़ियों को भी बदलेगी।
टॉम मूडी ने कहा, 'डेविड वॉर्नर इस मैच में नहीं खेल रहे हैं और यह फैसला टीम संयोजन के आधार पर किया गया है। हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि इस समय दो विदेशी बल्लेबाज, एक ऑलराउंडर और राशिद खान हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ संयोजन होंगे। हमने बहुत करीबी से इस पर ध्यान दिया है। निश्चित है कि बेयरस्टो और विलियमसन अच्छे फॉर्म में हैं और हम बहुत खुश हैं कि वह खेल रहे हैं। दुर्भाग्यवश इस मौके पर डेविड वॉर्नर को बाहर बैठना होगा।'
बता दें कि डेविड वॉर्नर को बाहर करने के बाद भी सनराइजर्स हैदराबाद की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया। राजस्थान रॉयल्स के हाथों आईपीएल 2021 के 28वें मैच में ऑरेंज आर्मी को 55 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी। यह हैदराबाद की सात मैचों में छठीं हार रही।