Ashwin Credits Ravindra Jadeja For His Century : भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई टेस्ट मैच का पहला दिन रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के नाम रहा। इन दोनों बल्लेबाजों ने जिस तरह से आखिरी सत्र में बल्लेबाजी की, उससे बांग्लादेश की टीम पूरी तरह से बिखरी-बिखरी नजर आई। रविचंद्रन अश्विन ने मुश्किल समय में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए अपने टेस्ट करियर का छठा शतक लगाया। उन्होंने इसके लिए ज्यादा समय भी नहीं लिया और काफी तेज पारी खेली। अपनी इस बेहतरीन शतकीय पारी का श्रेय अश्विन ने रवींद्र जडेजा को दिया है। उन्होंने कहा कि जडेजा ने एक खास प्लान बल्लेबाजी के दौरान बनाया था, जिसकी वजह से उन्हें शतक बनाने में काफी मदद मिली।
भारतीय टीम ने एक समय 144 रन तक 6 विकेट गंवा दिए थे। ऐसा लगा कि भारतीय पारी जल्द ही सिमट जाएगी लेकिन निचले क्रम में अश्विन और जडेजा ने पारी को संभाल लिया। अश्विन ने 108 गेंद पर 10 चौके और 2 छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया। यह उनके करियर का सबसे तेज टेस्ट शतक है। अश्विन ने जडेजा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 195 रनों की नाबाद साझेदारी की। इसी वजह से अब भारत काफी मजबूत स्थिति में है। पहले दिन स्टंप्स के समय रवींद्र जडेजा 86 और रविचंद्रन अश्विन 102 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
रवींद्र जडेजा ने ज्यादा तेज दौड़ने के लिए किया मना - अश्विन
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने अपनी शतकीय पारी का श्रेय रवींद्र जडेजा को दिया। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा,
रवींद्र जडेजा ने मेरी काफी मदद की। एक समय ऐसा था, जब मैं काफी थक चुका था और पसीने से तर था। उस दौरान रवींद्र जडेजा ने मेरी काफी मदद की। उन्होंने मुझसे कहा कि हमें 2 रन को 3 रन में तब्दील करने की जरूरत नहीं है। इससे मुझे काफी मदद मिली।
आपको बता दें कि रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने बांग्लादेश के गेंदबाजों पर काउंटर अटैक कर दिया। उनकी यह रणनीति काफी कामयाब रही और बांग्लादेशी गेंदबाज अपना लाइन लेंथ भूल गए। इसी वजह से अश्विन और जडेजा ने काफी आसानी से रन बनाए।