R Ashwin reveals his success mantra : चेन्नई टेस्ट में शतक जड़ने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने एक बड़ा खुलासा किया है। अश्विन ने इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह ऋषभ पंत की रणनीति को बताया है। पहले दिन टॉप और मध्यक्रम के फ्लॉप होने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने 102 रनों की शतकीय पारी महज 112 गेंदों में खेली और रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर टीम को ऑलआउट होने से बचाया।
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि पी चिदंबरम जैसी उछाल वाली पिच उनको काफी पसंद है और उन्होंने ऐसी परिस्थति में ऋषभ पंत की आक्रामक शैली को चुना। जिसका लाभ अश्विन की बल्लेबाजी में देखने को मिला। अश्विन के बल्ले से निकली आग के पीछे उनका हालिया फॉर्म भी है। तमिलनाडु प्रीमियर लीग 2024 में उन्होंने डिंडीगुल ड्रैगन के लिए 10 मैचों में 252 रन बनाए थे। उस दौरान उनका औसत 36 का रहा और 151.80 की स्ट्राइक रेट से तीन अर्धशतक लगाए थे।
ऋषभ पंत की तरह कड़ी मेहनत करना पड़ता है - रवि अश्विन
अश्विन ने इसके अलावा यह भी बताया कि किस तरह ऋषभ पंत के फॉर्मूले को अपनाकर उन्होंने सफलता हासिल की। उन्होंने कहा,
घरेलू दर्शकों के साथ खेलना खास होता है, यह एक ऐसा मैदान है जिसे मैं पूरी तरह से पसंद करता हूं। पिछली बार जब मैंने यहां शतक लगाया था, तब रवि शास्त्री टीम के कोच थे। मैं एक टी20 टूर्नामेंट खेलकर जिसका फायदा मुझे मिला है। बल्लेबाजी और शॉट खेलने के लिए भी मैंने कड़ी मेहनत की है। इस तरह की सतह पर ऋषभ पंत की तरह कड़ी मेहनत करना पड़ता है। यह उछाल और स्विंग होने वाली पुरानी चेन्नई की पिच है। मुझे ऐसी पिच पर बैटिंग करने में मजा आता है जिसका मजा आज मैंने उठाया।
जडेजा-अश्विन के बीच हुई 195 रनों की साझेदारी
चेन्नई के मैदान पर भारत के स्टार खिलाड़ी कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल कुछ खास योगदान नहीं दे पाए। सरफराज खान की जगह टीम में आए केएल राहुल भी कुछ खास करने में असफल रहे। हालांकि, 144 रन पर 6 विकेट गिरने के बाद अश्विन और जडेजा ने 195 रनों की लाजवाब साझेदारी करते हुए टीम इंडिया को मुश्किल परिस्थितियों से निकाला।
रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के अलावा यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के बीच भी अच्छी पार्टनरशिप हुई थी। जिससे शुरू में लड़खड़ाई टीम इंडिया को थोड़ी राहत मिली। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत का स्कोर 339/6 था। अश्विन और जडेजा दोनों ही अभी भी नाबाद हैं। टीम इंडिया दूसरे दिन अपनी बढ़त को बढ़ाने और अपनी मजबूत नींव का फायदा उठाने की उम्मीद करेगी। रविंद्र जडेजा भी शतक से महज 14 रन दूर हैं।