India vs New Zealand: भारत को टेस्ट सीरीज में घर पर हराना किसी भी मेहमान टीम के लिए एक सपना ही था, जो पिछले 12 साल से सच नहीं हुआ था लेकिन न्यूजीलैंड ने इतिहास रच दिया। श्रीलंका में हारने वाले न्यूजीलैंड ने भारत में अलग ही स्तर का प्रदर्शन किया और टीम इंडिया को तीन मैचों की सीरीज में शिकस्त देकर उसकी साल 2012 से चली आ रही विनिंग स्ट्रीक को खत्म कर दिया। इस सीरीज हार से फैंस काफी ज्यादा निराश हैं। वहीं अब टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी एक बड़ा बयान दिया है, जिससे साफ़ पता चल रहा है कि उन्हें भी घर पर मिली टेस्ट सीरीज हार से काफी तगड़ा झटका लगा है।
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज के पहले दो मैच में काफी ख़राब प्रदर्शन किया और इसी वजह से मेहमान टीम ने अजेय बढ़त हासिल कर ली। न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु में खेले गए मुकाबले को अपने नाम कर भारतीय सरजमीं पर 36 साल बाद टेस्ट मैच जीता और फिर पुणे में जीत हासिल करते हुए इतिहास रच दिया।
रवींद्र जडेजा ने सीरीज हार को लेकर क्या कहा?
मुंबई में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद, प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए रविंद्र जडेजा ने सीरीज हार पर बात की और कहा,
"सबसे पहले, मुझे यह डर था ... निजी तौर पर मुझे लगता था कि जब तक मैं खेलूंगा भारत में सीरीज नहीं हारूंगा। हमने घरेलू सरजमीं पर 18 सीरीज जीती हैं, मैंने सोचा कि जब तक मैं भारत में टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं तब तक हम सीरीज नहीं गंवाएंगे लेकिन ऐसा हुआ है, इसलिए मैं किसी भी चीज से हैरान नहीं हूं। पिछले 12 सालों में हमने एक भी सीरीज नहीं गंवाई। मुझे लगता है कि हमने कुल पांच टेस्ट मैच गंवाए हैं जिसमें मैं खेला था। मुझे लगता है कि यह अच्छी उपलब्धि है लेकिन जब आप इतनी बड़ी उम्मीदें रखते हो और सीरीज गंवा देते हो तो यह अलग दिखता है। जब हम जीतते हैं, तो हम एक साथ ट्रॉफी उठाते हैं। अब जबकि हमने सीरीज गंवा दी है, टीम के सभी 15 खिलाड़ी मिलकर दोष स्वीकार करेंगे।"
बता दें कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने काफी अच्छी गेंदबाजी की और फाइव विकेट हॉल लिया। इस दौरान वह भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पांचवें गेंदबाज भी बन गए। उन्होंने इशांत शर्मा और जहीर खान को पीछे छोड़ दिया।