इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को आईसीसी की आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए एक डीमेरिट प्वाइंट दिया गया है। श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट के दूसरे दिन उन्होंने अंपायर क्रिस गैफ्फेनी के फैसले के खिलाफ असहमति जताई और इसी वजह से उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई।
एंडरसन को आईसीसी की आचार संहिता के धारा 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया। ये घटना श्रीलंका की पारी के 39वें ओवर में घटी। एंडरसन को पहले विकेटों पर ना दौड़ने की चेतावनी मिली, इसके बाद उन्होंने गेंद पिच पर फेंक दी। एंडरसन के खिलाफ ये आरोप क्रिस गैफ्फेनी, मैदान पर उनके साथी अंपायर मरैस इरासमस, तीसरे अंपायर एस रवि और चौथे अंपायर रुचिरा पल्लियागुरुगे ने की। मैच के बाद एंडरसन ने मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट के सामने अपनी गलती स्वीकार कर ली और इसलिए आगे की सुनवाई की जरुरत ही नहीं पड़ी।
एंडरसन के अब कुल मिलाकर 2 डीमेरिट प्वाइंट हो गए हैं। इससे पहले भारत के खिलाफ पांचवे टेस्ट मैच में भी उन्हें डीमेरिट प्वाइंट दिया गया था। तब उन्होंने अंपायर से अपनी टोपी खींच ली थी। अगर 2 साल के अंदर उन्हें 4 या उससे ज्यादा डीमेरिट प्वाइंट और दिया जाता है तो उन्हें फिर एक निलंबन प्वाइंट मिलेगा। दो निलंबन प्वाइंट मिलन पर उनको एक टेस्ट मैच के लिए निलंबित किया जा सकता है। एंडरसन के खाते में जिस दिन प्वाइंट मिला है उस दिन से लेकर 24 महीने तक रहेगा। उसके बाद उस प्वाइंट की वैधता खत्म हो जाएगी। गौरतलब है श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच इंग्लैंड काफी मजबूत स्थिति में पहुंच गई है। जेम्स एंडरसन को पहली पारी में सिर्फ 1 ही विकेट मिला था। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 342 रन बनाए थे, जिसके जवाब में श्रीलंका की टीम 203 रन बनाकर ही आल आउट हो गई।
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