Sourav Ganguly On Team India Defeat Lord's Test: इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में जिस तरह से भारत की हार हुई, उससे खिलाड़ियों के साथ-साथ फैंस और पूर्व क्रिकेटर भी मायूस हैं। टीम इंडिया के दिग्गज सौरव गांगुली ने भी निराशा जाहिर की है और उनका मानना है कि भारत को लक्ष्य हासिल कर लेना चाहिए था। तीसरे टेस्ट में ज्यादातर समय टीम इंडिया का दबदबा था लेकिन चौथे दिन के आखिरी सत्र से बाजी पलट गई और अंत में इंग्लैंड ने 22 रनों से जीत दर्ज की। इस तरह बेन स्टोक्स एंड कंपनी ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।
लॉर्ड्स में इंग्लैंड और भारत दोनों ने ही अपनी-अपनी पहली पारी में 387 रन बनाए थे। इसके बाद इंग्लैंड की टीम अपनी दूसरी पारी में किसी तरह 192 रन बनाने में सफल रही। 193 का लक्ष्य देखते हुए उम्मीद थी कि टीम इंडिया जीत हासिल कर लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारतीय टीम सिर्फ 170 रन ही बना पाई।
गांगुली ने मंगलवार को इंडियन रेसिंग लीग और एफ4 इंडिया चैंपियनशिप में कहा,
"इस सीरीज में भारत ने जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे थोड़ा निराश हूं, उन्हें लक्ष्य (193 रन) हासिल करना चाहिए था।"
गांगुली ने की रवींद्र जडेजा की जमकर तारीफ
तीसरे टेस्ट में भारत की हार के बावजूद रवींद्र जडेजा की काफी तारीफ हो रही है। जड्डू ने एक छोर से मोर्चा संभाले रखा और अंत तक नाबाद रहे। उन्होंने 181 गेंदों का सामना किया और 61 रनों की पारी खेली। सौरव गांगुली भी जडेजा की बल्लेबाजी से प्रभावित दिखे और उन्होंने इस ऑलराउंडर खिलाड़ी की प्रशंसा की।
गांगुली ने कहा,
"जब आपने जडेजा को संघर्ष करते और रन बनाते देखा, तो इस टीम की बल्लेबाजी का स्तर और भी बेहतर हो गया, और वे मुझसे ज्यादा निराश होंगे क्योंकि यह इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल करने का एक अच्छा मौका था। जडेजा असाधारण रहे हैं, जब तक वह इसी तरह बल्लेबाजी और प्रदर्शन करते रहेंगे, भारत के लिए खेलते रहेंगे। वह लंबे समय से टीम में हैं। उन्होंने लगभग 80 टेस्ट मैच और 200 से ज़्यादा वनडे मैच खेले हैं। आप उन्हें बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करते हुए देख सकते हैं। वह एक विशेष खिलाड़ी हैं और पिछले कुछ वर्षों के अनुभव के साथ उनकी बल्लेबाजी में वाकई निखार आया है। वह एक विशेष खिलाड़ी हैं और इस टीम का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।"