Players Failed as Cricketer But Get Success as Coach: क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों को संन्यास के बाद भी इसका हिस्सा बने रहने के कई मौके मिलते हैं। कुछ खिलाड़ी कमेंटेटर्स बनते हैं और कई खिलाड़ी अपनी टीम के अलावा अन्य टीमों के कोचिंग स्टाफ में अहम भूमिका निभाते नजर आते हैं। इस दौरान कई ऐसे खिलाड़ी भी देखने को मिले हैं, जो करियर के दौरान प्लेयर के तौर पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। लेकिन कोच के तौर पर उन्होंने सफलता के झंडे गाड़े। इस आर्टिकल में हम तीन ऐसे ही खिलाड़ियों का जिक्र करेंगे।
3. बॉब वूल्मर
इंग्लैंड के पूर्व दिवंगत खिलाड़ी बॉब वूल्मर ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू अगस्त 1972 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। वूल्मर का करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा। उन्होंने 1981 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। वूल्मर ने कुल 19 टेस्ट और 6 वनडे मुकाबले खेले। इस दौरान उन्होंने 1080 रन बनाए। वहीं, गेंदबाजी में वूल्मर 13 विकेट लेने में सफल रहे थे। रिटायरमेंट के बाद वूल्मर को दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान की कोचिंग करने का मौका मिला था। वूल्मर को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के कोच बनने का भी ऑफर मिला था। वूल्मर की कोचिंग में दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन वनडे फॉर्मेट में काफी अच्छा हो गया था।
2. मिकी आर्थर
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर मिकी आर्थर भी कोचिंग की दुनिया में जाने पहचाने नाम हैं। काफी कम लोगों को इस बारे में पता होगा कि घरेलू क्रिकेट में लाजवाब आंकड़े होने के बावजूद आर्थर का इंटरनेशनल डेब्यू नहीं हुआ था। आर्थर भले बतौर क्रिकेटर इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। लेकिन वर्तमान में उनकी गिनती सफल कोचों में होती है। आर्थर दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान जैसी टीमों के हेड कोच रह चुके हैं। आर्थर की कोचिंग में पाकिस्तान ने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
1. ट्रेवर बेलिस
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ट्रेवर बेलिस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और आईपीएल में भी अपनी कोचिंग का लोहा मनवा चुके हैं। 2019 में इंग्लैंड की टीम ने वनडे वर्ल्ड कप बेलिस की ही कोचिंग में अपने नाम किया था। इसके आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने पहले दोनों टाइटल भी बेलिस की कोचिंग में जीते थे। आपको जानकारी हैरानी होगी कि बेलिस भी अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने में सफल नहीं हुए थे।