Sydney Test Could be the Do or Die match for These Players: सिडनी टेस्ट भारतीय टीम के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पिछले चार मुकाबलों से सबसे अहम होगा। टीम इंडिया दो मैच हार चुकी है। इस दौरान ज्यादातर खिलाड़ियों ने टीम मैनेजमेंट और फैंस को अपने लचर प्रदर्शन से निराश ही किया है। अगर भारतीय टीम को सीरीज गंवाने से बचना है, तो उसे हर हाल में पांचवें टेस्ट में जीत हासिल करनी होगी। वहीं, अगर मेन इन ब्लू इस मैच में हारती है तो कई खिलाड़ियों के ऊपर गाज गिरना तय है। कुछ खिलाड़ियों के लिए ये उनके टेस्ट करियर का आखिरी टेस्ट भी साबित हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं। 3. मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज भले ही इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं, लेकिन वह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान नहीं कर पा रहे। टीम मैनेजमेंट को उनसे जिस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद थी वो उस पर खरे नहीं उतरे हैं। जसप्रीत बुमराह के बाद सिराज टीम के सबसे सीनियर गेंदबाज हैं, लेकिन फिर भी अपनी छाप नहीं छोड़ पा रहे। ऐसा लगता है कि तेज गेंदबाजी का पूरा भार बुमराह के कन्धों पर है। ये सिलसिला बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज से जारी है। सिडनी टेस्ट में भी अगर सिराज का हाल ऐसा ही रहा, तो शायद फिर भविष्य में उन्हें दोबारा टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा। 2. रवींद्र जडेजा View this post on Instagram Instagram Postरवींद्र जडेजा भारतीय पिचों पर गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल में दिखाने में सफल होते हैं। लेकिन विदेशी पिचों पर वह बेसर साबित होते हैं। जडेजा सीनियर प्लेयर होने के बावजूद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोई बड़ा योगदान नहीं दे पाए हैं। उन्होंने दो मैचों में सिर्फ 4 विकेट लिए हैं और बल्लेबाजी में 96 रन बनाए है। जब कोई बड़ा खिलाड़ी इस तरह से परफॉर्म करता है, तो वो टीम पर बोझ बन जाता है।1. विराट कोहली इस बात में कोई शक नहीं है कि विराट कोहली मौजूदा समय में दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। पर्थ टेस्ट को छोड़कर विराट कोहली ने हर मैच में निराश किया है। तमाम पूर्व क्रिकेटर्स और फैंस विराट कोहली को ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद को नहीं खेलने की सलाह देते हैं, लेकिन ये दिग्गज बल्लेबाज अमूमन वही गलती फिर से दोहराता हुआ नजर आता है और अपना विकेट खो देता है। इसी वजह से उनकी काफी आलोचना भी हुई है। कोहली के लिए भी सिडनी टेस्ट उनके करियर का आखिरी टेस्ट साबित हो सकता है।