Wiaan Mulder on declaring before breaking Brain Lara Record: जिम्बाब्वे और दक्षिण अफ्रीका के बीच बुलवायो में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट का दूसरा दिन काफी चर्चा में रहा। इसकी बड़ी वजह प्रोटियाज टीम की कप्तानी कर रहे ऑलराउंडर वियान मुल्डर की ऐतिहासिक पारी है, जो और भी खास हो सकती है लेकिन उनके एक फैसले के कारण क्रिकेट जगत दो गुटों में विभाजित हो गया। मुल्डर के पास ब्रायन लारा का 400* रनों का रिकॉर्ड तोड़ने का मौका था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और लंच के बाद 367 रनों पर नाबाद होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की पारी घोषित कर दी। अब मुल्डर ने अपने फैसले के पीछे अनोखी वजह का जिक्र किया है।
जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट में कप्तानी कर रहे वियान मुल्डर ने मैच के पहले दिन दोहरा शतक जड़ दिया था। इसके बाद दूसरे दिन उन्होंने तिहरा शतक भी पूरा कर लिया और कप्तानी डेब्यू पर ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। जब उन्होंने 350 रनों का आंकड़ा पार किया तो सभी को लग रहा था कि अब शायद मुल्डर के निशाने पर ब्रायन लारा का रिकॉर्ड होगा लेकिन इस दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने सम्मान की भावना दिखाई और पारी घोषित कर दी।
वियान मुल्डर ने ब्रायन लारा का रिकॉर्ड तोड़े बिना ही क्यों घोषित कर दी पारी?
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने दिन के खेल के अंत में अपने निर्णय की पीछे की वजह का खुलासा किया और बताया कि उन्होंने लारा के प्रति सम्मान के कारण उस अवसर को छोड़ दिया और उस स्तर के खिलाड़ी को यह रिकॉर्ड अपने पास रखने का हक है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा मौका दोबारा आता है तो वह फिर से यही करेंगे।
दूसरे दिन के खेल के बाद मुल्डर ने कहा,
"पहले, मुझे लगा कि हमारे पास काफी रन हैं और हमें गेंदबाजी करनी चाहिए। दूसरा, ब्रायन लारा एक दिग्गज हैं। उस स्तर के किसी व्यक्ति के लिए उस रिकॉर्ड को कायम रखना योग्य है। अगर मुझे फिर से ऐसा करने का मौका मिलता है, तो मैं इसे बिल्कुल उसी तरीके से करूंगा। मैंने शुक्री कॉनराड (शुक्स) से बात की और उन्होंने भी ऐसा ही महसूस किया। ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं और उन्हें उस रिकॉर्ड को बनाए रखने का हक है।"
आपको बता दें कि ब्रायन लारा ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ एक मैराथन पारी खेली थी और अपनी पारी में नाबाद रहकर 400 रन बनाए थे। तब से उनका रिकॉर्ड खास बना हुआ है और मुल्डर ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए इसे कायम रहने दिया।