इस भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। सिकंदराबाद में जन्मे इस स्ट्राइकर ने हाल के दिनों में भारतीय फुटबॉल को नई उचाइयां दी हैं। छेत्री भारतीय टीम के कप्तान होने के साथ साथ टीम के सबसे ज्यादा कैप वाले और सबसे अधिक 91 मैचों में 51 गोल करके टॉप गोल स्कोरर हैं । छेत्री ने अपने फुटबॉल सफर की शुरुआत मोहन बागान से की और 2005 में पंजाब स्थित JCT की तरफ चल पड़े। 2010 में अमेरिका के मेजर लीग सॉकर (MLC) में कैन्सस सिटी विजार्ड्स की तरफ से भी खेलते हुए उनकी क्षमता को अलग पहचान मिली , हालांकि वहां वो अपनी छाप नहीं छोड़ पाये पर भारत में इसका उनकी फैंन फोलोइंग पर कोई असर नहीं पड़ा। छेत्री के जीवन का एक बड़ा मौका तब आया जब वे यूएस में मैंचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ फ्रैंडली मैच खेलने मैदान में उतरे, छेत्री के जीवन में एक और बड़ा मौका तब आया जब उन्हें स्पोर्टिंग पुर्तगाल B टीम ने अपने साथ खेलने के लिए अनुबंधित किया । दो साल के कड़े परिश्रम के बाद सुनील भारत वापस लौट आए और बैंगलूरू एफसी के लिए बतौर कप्तान आई-लीग में खेले साथ ही नेशनल टीम के लिए भी हाई गोल स्कोरर बने रहे । सुनील को AIFF प्लेयर ऑफ द इयर के लिए 2007 , 2011 , 2013 और 2014 ने नामित किया गया।