रोनाल्डो के खेल के शानदार गुणों से तो हम सब वाकिफ हैं। इसी के चलते उन्हें पहले भी बैलन डी ऑर के खिताब हासिल हो चुके हैं। वो इन खिताबों की गिनती में दुनिया के दूसरे महान खिलाड़ी मेस्सी से दो सम्मान ही पीछे हैं। बहरहाल, खेल की लाजवाब कला के अलावा उनमें टीम को लीड करने की भी खास क्षमता है। पुर्तगाल टीम अपने लचर प्रदर्शन के कारण बड़े मुकाम पर पहुंचने में लगातार असफल रही थी। लेकिन रोनाल्डो ने अपनी कोशिशें जारी रखीं और टीम के बाकी खिलाड़ियों को भी ऐसा करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया। इसका उदाहरण है यूरो कप का फाइनल, जिसमें चोटिल रोनाल्डो फील्ड की ‘टच लाइन’ से खिलाड़ियों को निर्देश दे रहे थे। इस लीडरशिप का सफल नतीजा टीम को आखिरकार मिल ही गया।