इंग्लैंड की महिला फुटबॉल टीम ने रविवार देर रात इतिहास रचा और UEFA महिला यूरोपियन चैंपियन बन गई। यूरो 2022 के नाम से प्रसिद्ध इस प्रतियोगिता के फाइनल में इंग्लैंड ने 8 बार की चैंपियन जर्मनी को एक्स्ट्रा टाइम में 2-1 से हराया और बतौर मेजबान इस खिताब को जीतने वाली चौथी टीम बन गई। इससे पहले नॉर्वे (1987), जर्मनी (1989, 2001) और नीदरलैंड्स (2017) ने बतौर मेजबान यूरो का टाइटल अपने नाम किया है। रिकॉर्ड 87 हजार से ज्यादा दर्शकों की मौजूदगी में लंदन के मशहूर वेम्बली स्टेडियम में ये मैच खेला गया।
मैच में दोनों टीमों ने शुरुआत से एक-दूसरे को बराबर टक्कर दी और डिफेंस को मजबूत रखा। इसी के चलते पहले हाफ में कोई टीम गोल न कर सकी। दूसरे हाफ में 62वें मिनट में ऐल्ला टून ने गोल कर इंग्लैंड को 1-0 से आगे किया।
लेकिन 79वें मिनट में जर्मनी के लिए लीना मैगुल ने गोल कर मैच बराबरी पर ला दिया। इंग्लैंड की जीत की हीरो रही क्लोई कैली जिन्होंने एक्स्ट्रा टाइम में गोल कर 1-1 से बराबर चल रहे मैच में इंग्लैंड को 2-1 की निर्णायक बढ़त दिला दी और स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शक झूम उठे। कैली बतौर सब्स्टिट्यूट आईं और एक्स्ट्रा टाइम के दूसरे हिस्से में गेंद को जर्मनी के गोल पोस्ट में डाल दिया। इंग्लैेंड की टीम आखिरी बार 2009 में फाइनल में पहुंची थी और तब जर्मनी ने उसे हराकर खिताब जीता था। ऐसे में इस बार इंग्लैंड ने अपनी उस हार का बदला भी ले लिया है।
इंग्लैंड की टीम की कोच सरीना विगमैन के लिए ये खिताब बेहद खास है क्योंकि पिछली बार 2017 में वो नीदरलैंड्स की टीम की कोच थीं और तब नीदरलैंड्स ने ही ये टाइटल जीता था। ऐसे में सरीना इतिहास की पहली मैनेजर हैं जिनकी देखरेख में दो अलग-अलग टीमों ने ये प्रतिष्ठित प्रतियोगिता अपने नाम की हो।