अगस्त 2021 में फुटबॉल की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लायोनल मेसी के बार्सिलोना फुटबॉल क्लब को छोड़ने की हुई। स्पेन के फुटबॉल क्लब से महज 16 साल की उम्र में अपने सीनियर प्रोफेशनल करियर की शुरुआत करने वाले मेसी ने 18 साल के बाद क्लब को छोड़ा था जिससे उनके फैंस काफी निराश हुए थे। अब एक स्पेनिश अखबार ने खुलासा किया है कि मेसी ने 9 बड़ी-बड़ी मांगे रखी थीं, जिन्हें पूरा करने में क्लब ने असमर्थता जताई थी और इसी कारण मेसी को क्लब छोड़ना पड़ा।
स्पेनिश अखबार एल मुंडो ने दावा किया है कि उसके हाथ बार्सिलोना क्लब से जुड़े कई दस्तावेज लगे हैं और उन्हीं में से कुछ दस्तावेजों से यह बात साफ है कि मेसी ने प्राईवेट प्लेन से लेकर बतौर फीस बड़ी रकम मांगी, जिसे पूरा करना बार्सिलोना के बस में नहीं था क्योंकि क्लब पहले ही वित्तीय दिक्कतों से जूझ रहा था। एल मुंडो के मुताबिक मेसी की 9 शर्तें थीं -
1) कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाना - क्लब के साथ कॉन्ट्रेक्ट को तीन सालों तक बढ़ाना।
2) भारी भरकम रिन्यूअल फीस - रिन्यूअल फीस के तौर पर 10 मिलियन यूरो यानी करीब 80 करोड़ रुपए। यह रकम मेसी की सालाना फीस से अलग होती।
3) रिलीज क्लॉज की धनराशि कम करना - बार्सिलोना छोड़ने पर रिलीज क्लॉज के तहत 10 हजार यूरो की धनराशि हो। बार्सिलोना की ओर से पहले के कॉन्ट्रेक्ट में ये रकम 700 मिलियन यूरो थी। मतलब, अगर मेसी कॉन्ट्रेक्ट तोड़ते हुए बीच में क्लब छोड़ते तो इतनी बड़ी रकम उन्हें क्लब को देनी होती। लेकिन मेसी ने इसे घटाकर महज 10 हजार यूरो करने की मांग रखी।
4) कटौती की रकम वापस हो - कोविड-19 के कारण बार्सिलोना ने मेसी और टीम के अन्य खिलाड़ियों को दी जाने वाली फीस में कटौती की थी। मेसी ने अपनी शर्तों में इस बात को रखा था कि जो रकम काटी गई है वो मेसी को 3 प्रतिशत ब्याज के साथ वापस दी जाए।
5) प्राइवेट प्लेन की सवारी - मेसी और उनके परिवार को क्रिसमस की छुट्टियों के समय अर्जेंटीना जाने और वहां से लाने के लिए क्लब अपनी ओर से प्राइवेट प्लेन का इंतजाम करे।
6) प्राइवेट बॉक्स - बार्सिलोना के होम ग्राउंड में मेसी और उस समय बार्सिलोना का हिस्सा रहे लुईस सुआरेज के परिवारों के लिए प्राइवेट बॉक्स दिया जाए जहां से वे मैच का आनंद ले सकें।
7) टैक्स का पैसा क्लब दे - अगर स्पेन की सरकार आयकर बढ़ाए तो मेसी को दी जाने वाली फीस क्लब बढ़ाए ताकि मेसी को टैक्स की वजह से मिलने वाली फीस पर किसी तरह का नुकसान न हो।
8) निजी असिस्टेंट बनाए रखना - मेसी को बार्सिलोना में उनके कद के हिसाब से एक निजी असिस्टेंट भी दिया गया था जिनका नाम पेपे कोस्टा था। कोस्टा की सैलेरी मेसी नहीं बल्कि क्लब देता था। लेकिन कोविड-19 के बाद हुए नुकसान की वजह से क्लब निजी असिस्टेंट को हटाकर वित्तीय हालत सुधारना चाहता था। मेसी ने कोस्टा को बनाए रखने की शर्त रखी।
9) भाई को कमीशन - मेसी के भाई रोद्रिगो की कमीशन बढ़ाना। रोद्रिगो बतौर फुटबॉल प्लेयर एजेंट काम करते हैं और 2020-21 में युवा खिलाड़ी आंसु फाटी के प्रतिनिधि थे।
अखबार एल मुंडो का दावा है कि बार्सिलोना ने मेसी की 7 शर्ते मानने पर हामी भरी थी लेकिन 10 मिलियन यूरो का रिन्यूअल बोनस और Release Clause की धनराशि 700 मिलियन यूरो से घटाकर 10 हजार यूरो करने की बात क्लब नहीं मान सका। ऐसे में मेसी ने क्लब को छोड़ दिया और पेरिस सेंट-जर्मेन में शामिल हो गए।
अखबार के खुलासे के बाद जहां बार्सिलोना ने क्लब के दस्तावेजों को जगजाहिर करने पर अखबार के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है तो वहीं कई फुटबॉल प्रेमी इस खुलासे से हैरान हैं। कई फैंस का मानना है कि मेसी ने कुछ ज्यादा ही गैर जरूरी मांगे की थीं।
हालांकि मेसी के फैंस इस रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन अधिकतर फैंस मेसी की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं क्योंकि बार्सिलोना छोड़ते समय अपनी प्रेंस कॉन्फ्रेंस में मेसी काफी रोए थे।