फीफा अंडर-17 विश्व कप शुरू होने में अब 15 से भी कम दिन रह गए हैं। इसके बाद पूरी फुटबॉल की दुनिया भारत के दरवाजे पर दस्तक दे रही होगी। यह भारत में अब तक का बसे बड़ा फुटबॉल आयोजन है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि भारत किसी फीफा इवेंट की मेजबानी कर रहा है। भारत इस मेजबानी को सफल बनाने में कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहेगा और इसके लिए आयोजकों ने अपने आप को पूरी तरह तैयार कर लिया है।
फुटबॉल के इस महाकुम्भ का आयोजन कोलकाता, गोवा, नई दिल्ली, नवी मुंबई, कोच्चि और गोवा में हो रहा है और इसके लिए इन शहरों के स्टेडियमों को एक बड़ा और नया रूप दिया गया है। इन स्टेडियमों की दशा-दिशा सुधारने में फीफा के साथ-साथ भारतीय फुटबॉल महासंघ के लोगों और स्थानीय अधिकारियों ने बहुत मेहनत की है, ताकि सफल मेजबानी कर भारत का सीना चौड़ा हो सके।
अभी हाल ही में विश्व कप के डायरेक्टर जेवियर सेप्पी ने कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रिडांगन (साल्ट लेक स्टेडियम) को सुविधाओं को 10 में से 10 अंक दिए। इसकी चर्चा सोशल मीडिया पर भी खूब हुई। इस वजह से विश्व कप के आयोजक और अधिकारी बहुत उत्साहित हैं।
तो एक नजर विश्व कप की मेजबानी कर रहे सभी स्टेडियम और उनकी सुविधाओं पर –
- डी वाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुबई
- सभी दर्शकों के लिए नई व्यक्तिगत बकेट सीटें
- 2 नए ड्रेसिंग रूम
- दर्शकों के लिए नया और सुरक्षित निकास द्वार
- दर्शकों के लिए और बेहतर सुविधाएं
- फ्लडलाइट्स, ड्रेसिंग रूम और अंतरराष्ट्रीय मानक पिचों के साथ 3 नए ट्रेनिंग ग्राउंड