दुनिया के सबसे बड़े और पसंदीदा खेल फ़ुटबॉल के महासंग्राम यानी फ़ीफ़ा विश्वकप में अब दो हफ़्तों से भी कम का समय बचा है। 15 जून से 14 जुलाई तक रूस में होने वाले 32 देशों के बीच ज़ोरदार मुक़ाबले का इंतज़ार सभी फ़ुटबॉल प्रेमियों को है। भारत भले ही इस टूर्नामेंट में हिस्सा न ले रहा हो लेकिन यहां मौजूद फ़ैंस के सिर पर भी फ़ुटबॉल फ़ीवर हावी है। वैसे तो सभी की नज़र इस बात पर रहेगी कि क्या इस बार मौजूदा चैंपियन जर्मनी अपने ख़िताब की रक्षा करते हुए पांचवीं बार विश्व विजेता बनकर ब्राज़ील के रिकॉर्ड की बराबरी कर पाएगा। लेकिन इसके अलावा इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी ट्रॉफ़ी में से एक गोल्डेन बूट किसे मिलता है, इसका क़यास भी फ़ुटबॉल प्रेमियों के बीच लगना शुरू हो चुका है। टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा गोल करने वाले को इस अवॉर्ड से नवाज़ा जाता है, इस बार भी कई बड़े दिग्गज इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रहे हैं लिहाज़ा गोल्डेन बूट की होड़ भी रोमांचक रहने की पूरी उम्मीद है। एक नज़र डाल लेते हैं ऐसे ही 5 खिलाड़ियों पर जो गोल्डेन बूट के हैं सबसे बड़े दावेदार।
#5 लियोनेल मेसी
मौजूदा वक़्त में फ़ुटबॉल के इस जादूगर का कोई सानी नहीं है, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और मेसी में हमेशा तुलना होती रहती है, लेकिन इसमें कोई शक़ नहीं है कि दोनों ही खिलाड़ी महान की श्रेणी में आते हैं। मेसी का शायद ये आख़िरी वर्ल्डकप भी हो सकता है, लिहाज़ा उनकी नज़र इसे यादगार बनाने पर होगी। मेसी का वर्तमान फ़ॉर्म भी उनके साथ जाता दिखाई दे रहा है, इस सीज़न में मेसी ने कुल 47 गोल दागे हैं जिनमें 34 सिर्फ़ ला लीगा में आए हैं। हालांकि वर्ल्डकप में मेसी के आंकड़े बहुत शानदार नहीं रहे हैं, अपने पहले दो वर्ल्डकप में तो मेसी के नाम सिर्फ़ एक गोल था। लेकिन ब्राज़ील में हुए पिछले विश्वकप में मेसी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7 मैचों में 4 गोल दागे थे। उम्मीद रहेगी लियोनेल मेसी इस बार रूस में होने वाले विश्वकप में ब्राज़ील के आंकड़ों को भी पीछे छोड़ते हुए पहली बार गोल्डेन बूट अपने नाम करें।
#4 थॉमस मुलर
इस फ़ेहरिस्त में अगला नाम जर्मनी के स्टार फ़ुटबॉलर थॉमस मुलर का है, मेसी के ठीक उलट मुलर विश्वकप में कुछ अलग ही खिलाड़ी नज़र आते हैं। 20 साल की उम्र में इस खिलाड़ी ने दक्षिण अफ़्रीका में हुए 2010 फ़ीफ़ा विश्वकप में सभी को चौंकाते हुए गोल्डेन बूट पर कब्ज़ा कर डाला था। 2014 में हुए फ़ीफ़ा वर्ल्डकप में भी मुलर का प्रदर्शन क़ाबिल-ए-तारीफ़ रहा था, जर्मनी को चौथी बार चैंपियन बनाने का श्रेय मुलर को भी जाता है। हालांकि 2016 के बाद से मुलर के प्रदर्शन में ज़रूर गिरावट आई है, इस सीज़न में मुलर ने 16 गोल किए हैं और इतने ही बार साथी खिलाड़ी को गोल करने में मदद भी की है। लेकिन विश्वकप जैसे बड़े मंच पर मुलर की प्रतिभा भी निखर कर सामने आती है, उम्मीद होगी कि वह एक बार फिर गोल्डेन बूट पर कब्ज़ा करें और जर्मनी को ख़िताब की रक्षा करने में मदद करें।
#3 हैरी केन
हैरी केन, एक ऐसा खिलाड़ी जो पहली बार फ़ीफ़ा वर्ल्डकप खेल रहा होगा लेकिन इनसे उम्मीदें काफ़ी ज़्यादा हैं। इंग्लैंड के मौजूदा कप्तान केन इस वक़्त बेहतरीन फ़ॉर्म में हैं, टोटेनहम के लिए केन ने इस सीज़न में 50 मैचों में 43 गोल किए हैं। इन आंकडों के ही वदह से केन फ़िलहाल दुनिया के सबसे महंगे स्ट्राइकर में शुमार हैं। केन के साथ साथ इस टीम में रहीम स्टर्लिंग और मार्कस रैशफ़ोर्ड भी हैं यानी अगर ये तिकड़ी अपने पूरे रंग में रही तो 50 साल बाद इंग्लैंड फ़ीफ़ा विश्वकप अपने नाम करने के क़रीब भी आ सकती है। ये निर्भर करता है हैरी केन के प्रदर्शन है, और यही वजह है 24 वर्षीय केन इस फ़ेहरिस्त में गोल्डेन बूट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।
#2 एंटोइन ग्रीज़मैन
2014 फ़ीफ़ा विश्वकप में शायद ही किसी ने फ़्रांस को ख़िताब का दावेदार समझा था, लेकिन इसके बावजूद फ़्रांस ने क्वार्टर फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया था। फ़्रांस को आख़िरी-8 तक ले जाने में एंटोइन ग्रीज़मैन को श्रेय भी जाता है, तब ग्रीज़मैन का ज़्यादा नाम नहीं था लेकिन उसके बाद से अब तक इस खिलाड़ी ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। एटलेटिको मैड्रिड के लिए खेलते हुए ग्रीज़मैन ने औसतन हर सीज़न में 28 गोल किए हैं, फ़ॉर्वर्ड में खेलने वाले एंटोइन से फ़्रांस को 2018 में होने वाले फ़ीफ़ा विश्वकप में काफ़ी उम्मीदें हैं। ग्रीज़मैन ने फ़्रांस के लिए यूरो 2016 में भी कमाल का प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 6 गोल करते हुए गोल्डेन बूट का अवॉर्ड भी अपने नाम किया था। ग्रीज़मैन अगर इस बार इसी प्रदर्शन को वर्ल्डकप में भी दोहरा देते हैं तो फिर फ़्रांस इस विश्वकप में भी कमाल कर सकता है।
#1 नेमार
एक वक़्त था जब फ़ुटबॉल की दुनिया में ब्राज़ील का वर्चस्व था, अभी भी सबसे ज़्यादा 5 बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का रिकॉर्ड इसी टीम के पास है। इस बार ब्राज़ील को अगर किसी खिलाड़ी से सबसे ज़्यादा उम्मीद है तो वह हैं युवा स्टार नेमार। 4 साल पहले भी नेमार के पास इतिहास रचने का मौक़ा था लेकिन तब चोट की वजह से उन्हें और ब्राज़ील को निराश होना पड़ा था। 26 साल के नेमार के नाम अभी ही 53 अंतर्राष्ट्रीय गोल का रिकॉर्ड है, इस उम्र में इससे ज़्यादा गोल सिर्फ़ कुछ ही ब्राज़ील के खिलाड़ियों ने किया था। जिनमें पेले, रोनाल्डो और रोमारियो जैसे बड़े खिलाड़ियों का नाम शामिल है। जिससे साफ़ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि नेमार कितने प्रतिभाशाली हैं। अगर रूस में होने वाले इस फ़ीफ़ा वर्ल्डकप में नेमार का जादू चल गया तो ब्राज़ील वर्ल्डकप ट्रॉफ़ी का छक्का भी लगा सकता है। और ऐसा तभी मुमकिन है जब नेमार गोल्डेन बूट अपने नाम कर लें।