#4 थॉमस मुलर
इस फ़ेहरिस्त में अगला नाम जर्मनी के स्टार फ़ुटबॉलर थॉमस मुलर का है, मेसी के ठीक उलट मुलर विश्वकप में कुछ अलग ही खिलाड़ी नज़र आते हैं। 20 साल की उम्र में इस खिलाड़ी ने दक्षिण अफ़्रीका में हुए 2010 फ़ीफ़ा विश्वकप में सभी को चौंकाते हुए गोल्डेन बूट पर कब्ज़ा कर डाला था। 2014 में हुए फ़ीफ़ा वर्ल्डकप में भी मुलर का प्रदर्शन क़ाबिल-ए-तारीफ़ रहा था, जर्मनी को चौथी बार चैंपियन बनाने का श्रेय मुलर को भी जाता है। हालांकि 2016 के बाद से मुलर के प्रदर्शन में ज़रूर गिरावट आई है, इस सीज़न में मुलर ने 16 गोल किए हैं और इतने ही बार साथी खिलाड़ी को गोल करने में मदद भी की है। लेकिन विश्वकप जैसे बड़े मंच पर मुलर की प्रतिभा भी निखर कर सामने आती है, उम्मीद होगी कि वह एक बार फिर गोल्डेन बूट पर कब्ज़ा करें और जर्मनी को ख़िताब की रक्षा करने में मदद करें।