FIFA World Cup 2022 : डेनमार्क को हराकर नॉकआउट दौर में पहुंचने वाली पहली टीम बनी फ्रांस

एमबापे के नाम 7 विश्व कप गोल हो गए हैं और ये संख्या मेसी के विश्व कप गोल के बराबर है।
एमबापे ने अपने दूसरे ही विश्व कप के जरिए कुल 7 गोल दाग दिए हैं।

गत विजेता फ्रांस फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 के राउंड ऑफ 16 में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई हैं। फ्रांस ने ग्रुप डी के अपने दूसरे मैच में एमबापे की बदौलत डेनमार्क को 2-1 से मात दी और लगातार दूसरी जीत के साथ नॉकआउट दौर में पहुंच गई। साल 2006 के बाद पहली बार कोई गत चैंपियन टीम विश्व कप में ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ पाई है।

दोहा के 974 स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में फ्रांस की जीत के हीरो रहे केलिएन एमबापे ने दोनों गोल दागे और टीम को जीत दिलाई। मैच के पहले हाफ में दोनों टीमें गोल नहीं दाग सकीं। दूसरे हाफ में 61वें मिनट में एमबापे ने गोल दाग डेडलॉक को तोड़ा और फ्रेंच टीम को 1-0 से आगे कर दिया। लेकिन 7 ही मिनट बाद डेनमार्क के क्रिस्चेनसन ने गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। मैच ड्रॉ की तरफ जा ही रहा था कि 86वें मिनट में एमबापे ने एक और गोल कर फ्रांस की जीत पक्की कर दी।

एमबापे ने बनाया रिकॉर्ड

एमबापे का ये फ्रांस के लिए पिछले 12 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में कुल 14वां गोल है। यही नहीं, अपने 24वें जन्मदिन से पहले वो विश्व कप में 7 गोल दागने वाले ब्राजील के पेले के बाद दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। अपना पांचवा विश्व कप खेल रहे क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने हाल ही में अपना आठवां गोल दागा है जबकि मेसी के पास भी आठ गोल हैं। एमबापे ने 2018 में बतौर टीनएजर पहला विश्व कप खेला था और फाइनल में गोल दागने वाले पेले के बाद दूसरी टीन खिलाड़ी बने थे।

तोड़ा ग्रुप स्टेज का Winner Syndrome

फ्रांस की जीत में टीम के सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। ग्रिजमैन, एरिक्सन ने अपने अनुभव का पूरा साथ टीम को दिया। साल 2002 में ब्राजील चैंपियन बनी थी और फिर 2006 के विश्व कप में नॉकआउट दौर में पहुंची थी। लेकिन 2010 में चैंपियन बनने वाली स्पेन की टीम 2014 के वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज में दो मैच हारकर बाहर हो गई थी। वहीं 2014 की विजेता जर्मनी साल 2018 के विश्व कप में ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई थी।

फ्रांस की टीम की ये लगातार दूसरी जीत है। पहले मुकाबले में टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से मात दी थी। अब टीम को ट्यूनिशिया के खिलाफ 30 नवंबर को आखिरी ग्रुप मैच खेलना है। इसी दिन ऑस्ट्रेलिया का सामना डेनमार्क से होगा। जो भी टीम ये मुकाबला जीतेगी, उसके नॉकआउट दौर में जाने के चांस होंगे।