कुछ हफ्तों पहले ही फुटबॉल स्टार लायोनल मेसी ने ऐलान किया था कि कतर में वो अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेलेंगे, और इसके बाद से ही दुनियाभर के उनके फैंस दुआओं में लग गए हैं कि ये अद्भुत खिलाड़ी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत विश्व कप की ट्रॉफी के साथ करे। दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना को इस बार विश्व कप का प्रबल दावेदार माना जा रहा है और उनकी टीम को देखकर भी लगता है कि इस बार अर्जेंटीना का दबदबा जोरदार रहने वाला है।
अर्जेंटीना के कोच लायोनल स्केलोनी ने 26 सदस्यीय टीम का ऐलान हाल ही में किया। टीम की ताकत उसका फॉरवर्ड अटैक है। लायोनल मेसी इस अटैक को लीड करते हैं और यही इस बार भी होगा। लेकिन सिर्फ एक खिलाड़ी पर फॉरवर्ड निर्भर नहीं रहना चाहिए। अनुभवी खिलाड़ी एंजेल डि मारिया और लोटारो मार्टिनेज, मेसी का साथ देंगे और इनसे भी गोलों की उम्मीद होगी। चोट के कारण परेशान चल रहे पॉलो डिबाला को भी कोच ने टीम का हिस्सा बनाया है।
अर्जेंटीना का डिफेंस प्रमुख रुप से क्रिस्चन रोमेरो के हाथों में होगा। उनका साथ लिजांड्रो मार्टिनेज, निकोलज ओटामेंटी जैसे खिलाड़ी देते दिखेंगे। विरोधी टीम के खिलाफ गोल करने से भी ज्यादा जरूरी हो जाता है गोल रोकना, और टीम को इन डिफेंडर्स से इसी की उम्मीद है। साल 2021 में टीम ने कोपा अमेरिका का खिताब अपने नाम किया था। गोलकीपर एमिलियानो ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
मेसी से टूटेंगे रिकॉर्ड
अर्जेंटीना के नाम कुल 2 विश्व कप हैं जो उन्होंने साल 1978 और 1986 में हासिल किए। साल 1930, 1990 और 2014 में टीम उपविजेता भी रही। टीम ने कुल 4 विश्व कप में भाग नहीं लिया है और भाग लेने के मामले में ब्राजील, जर्मनी के बाद तीसरे नंबर पर है। टीम की ओर से अभी तक सबसे ज्यादा विश्व कप मैच खेलने का रिकॉर्ड डिएगो मेराडोना के नाम है जिन्होंने 21 विश्व कप मुकाबले खेले। लेकिन लायोनल मेसी (19 मै ) इस बार कतर में उनका रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।
अर्जेंटीना की ओर से सर्वाधिक गोल का रिकॉर्ड 10 का है जो गेब्रिएल बॉटिस्टा के नाम है। मेसी के नाम 6 गोल हैं और वो इस रिकॉर्ड के करीब पहुंचकर इसे तोड़ भी सकते हैं। मेसी ने 2014 के विश्व कप में गोल्डन बॉल भी जीता था।
मेक्सिको से टक्कर
कतर 2022 विश्व कप में अर्जेंटीना को ग्रुप सी में रखा गया है। इस ग्रुप में सऊदी अरब, पोलैंड और मेक्सिको जैसी टीमें भी हैं। सऊदी अरब को भले ही फैंस कम आंक रहे हों, लेकिन पोलैंड और मेक्सिको अर्जेंटीना को कड़ी टक्कर देने के काबिल हैं। ऐसे में बेवजह का ओवरकॉन्फिडेंस टीम पर भारी पड़ सकता है। यही वजह है कि खुद मेसी ने माना है कि खिलाड़ियों को लोगों की ओर से लगाई जा रही जीत की उम्मीद पर ध्यान न देकर अच्छा खेल खेलने पर ध्यान लगाना होगा। टीम का पहला मैच 22 नवंबर को सऊदी अरब से लुसेल में होगा।