मेजबान कतर फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 से बाहर होने वाला पहला देश बन गया है। कतर को ग्रुप ए में अपने दूसरे मैच में सेनेगल के हाथों 3-1 से हार मिली और इसी के साथ टीम की राउंड ऑफ 16 में पहुंचने की उम्मीदें समाप्त हो गईं। इसी के साथ टूर्नामेंट के 92 साल के इतिहास में बतौर मेजबान देश सबसे पहले बाहर होने का अनचाहा रिकॉर्ड भी कतर ने अपने नाम कर लिया। आज तक कोई भी मेजबान देश सिर्फ दो मैचों के बाद ग्रुप स्टेज से बाहर नहीं हुआ था।
सेनेगल के खिलाफ पूरे मैच में कतर का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। सेनेगल के लिए 41वें मिनट में बुलाए डिया ने गोल दागा तो दूसरे हाफ के शुरु होते ही 48वें मिनट में फमारा देदिहू ने गोल कर टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। 78वें मिनट में कतर के मोहम्मद मुंतारी ने गोल दागा और विश्व कप इतिहास में टीम के लिए गोल दागने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। 84वें मिनट में सेनेगल के बाम्बा डिएंग ने गोल कर कतर की जीत या ड्रॉ की उम्मीदें खत्म कर दीं।
नीदरलैंड्स के ड्रॉ से खत्म हुई कतर की उम्मीद
टूर्नामेंट के पहले मैच में कतर को इक्वाडोर ने 2-0 से हराया था और अब सेनेगल के खिलाफ हार के साथ कतर की टीम ग्रुप ए में आखिरी पायदान पर है। वहीं इक्वाडोर ने ग्रुप ए के एक अन्य मैच में 3 बार की उपविजेता नीदरलैंड्स को 1-1 से ड्रॉ पर रोक कतर को बाहर करने में अहम भूमिका निभाई। डच टीम के लिए छठे ही मिनट में कोडी गाक्पो ने गोल कर खाता खोल दिया था। लेकिन इसके बाद टीम पूरी कोशिश के बाद भी गोल नहीं कर पाई। वहीं इक्वाडोर के कप्तान एनर वेलेंसिया ने 49वें मिनट में गोल कर न सिर्फ टीम को बराबरी दिलाई बल्कि ड्रॉ के जरिए 1 अंक भी दिलाया।
फिलहाल ग्रुप ए में नीदरलैंड्स और इक्वाडोर की टीमों के पास 4-4 अंक हैं और दोनों टॉप 2 स्थानों पर हैं। सेनेगल एक मैच जीत तीसरे नंबर पर है। ऐसे में 29 नवंबर को नीदरलैंड्स के खिलाफ अपने आखिरी ग्रुप मैच में कतर की टीम अगर जीत भी जाती है तो भी उसे अधिकतम 3 ही अंक मिलेंगे और वो टॉप 2 टीमों से फिर भी पीछे होगी। 29 नवंबर के दिन इक्वाडोर और सेनेगल का भी सामना होगा।