भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व डिफेंडर और मोहन बगान फुटबॉल क्लब के पूर्व कप्तान मनितोंबी सिंह का रविवार को मणिपुर के इम्फाल के करीब अपने गांव में 39 साल की उम्र में निधन हो गया। क्लब के सूत्रों ने यह जानकारी दी। मोहन बगान क्लब के पूर्व कप्तान मनितोंबी सिंह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और उन्होंने रविवार की सुबह आखिरी सांस ली। मनितोंबी सिंह के घर में उनकी पत्नी व आठ साल का बेटा है।
मोहन बगान क्लब ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, 'मोहन बगान क्लब परिवार अपने पूर्व क्लब कप्तान मनितोंबी सिंह के असमय निधन से काफी दुखी है। इस कड़े समय में हमारे विचार और प्रार्थनाएं मनितोंबी सिंह के परिवार के साथ हैं। आपकी आत्मा को शांति मिले मनितोंबी सिंह।'
भारतीय फुटबॉल टीम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मनितोंबी सिंह की फोटो पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, 'एआईएफएफ मनितोंबी सिंह की असमय मौत पर संवेदना प्रकट करता है।'
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मनितोंबी सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने अपने संदेश में कहा, 'यह सुनकर दुख हुआ कि मनितोंबी सिंह अब नहीं रहे।' एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा, 'मनितोंबी सिंह एक प्रतिभाशाली फुटबॉलर और ऊर्जा से भरे हुए खिलाड़ी थे। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
मनितोंबी सिंह स्टार डिफेंडर थे
स्टीफन कोंसटेनटाइन की कोचिंग में भारतीय अंडर-23 टीम के प्रमुख सदस्य थे मनितोंबी सिंह। इस भारतीय टीम ने 2003 में वियतनाम को हो ची मिन सिटी में 3-2 से मात देकर एलजी कप जीता था। यह 1971 में सिंगापुर में आठ देशों के टूर्नामेंट के बाद भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय जीत थी। मनितोंबी सिंह ने 2002 बुसान एशियाई खेलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। पूर्व राइट बैक मनितोंबी सिंह ने 2003 में कलकत्ता फुटबॉल लीग प्रीमियर डिविजन में मोहन बगान के लिए डेब्यू मैच में स्कोर किया था। इसके बाद 2004 में मनितोंबी सिंह ने ऑल एयरलाइन्स गोल्ड कप जीत में क्लब का नेतृत्व किया था।
मनितोंबी सिंह ने इन क्लबों को भी दी अपनी सेवाएं
मनितोंबी सिंह ने अपने करियर की शुरूआत आर्मी ब्वॉयज और सर्विसेज से की थी। इसके अलावा 2003 में मोहन बगान जाने से पहले मनीतोंबी सिंह ने एयर इंडिया और सालगांवकर फुटबॉल क्लबों का भी प्रतिनिधित्व किया।
मनितोंबी सिंह ने 2015-16 सीजन में मणिपुर राज्य लीग की गत चैंपियन अनाउबा इमागी मंगल की तरफ से आखिरी मुकाबला खेला था। इसके बाद मनीतोंबी सिंह इस क्लब के हेड कोच बने थे।