अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन यानि AIFF (All India Football Federation) आई-लीग के क्वालिफायर मुकाबलों में महिला फुटबॉल रेफरी को मैदान में उतारने जा रहा है। आई-लीग के साल 2021 के क्वालिफायर मुकाबलों में रेफरी रंजीता देवी और असिस्टेंट रेफरी रि-ओलांग धर को इस काम के लिए तैनात किया गया है। ये पहला मौका होगा जब आई-लीग के मुकाबलों में महिला रेफरी कमान संभालती नजर आएंगी।
36 साल की रंजीता मूल रूप से मणिपुर की रहने वाली हैं और अपने राज्य के लिए फुटबॉल भी खेल चुकी हैं। रंजीता के भाई राज्य स्तर पर रेफरी के रूप में सेवाएं दे चुके हैं, ऐसे में रंजीता अपने भाई को ही आदर्श मानती हैं। साल 2016 में रंजीता का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में रेफरी के रूप में किया गया और वर्ष 2018 में FIFA का पैनल भी ज्वाइन कर लिया। वहीं 31 वर्षीय रि-ओलांग धर मेघालय की निवासी और पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी हैं। धर राष्ट्रीय स्तर पर अपने राज्य के लिए फुटबॉल खेल चुकी हैं और इसके बाद बतौर रेफरी खेल से जुड़ गईं। धर 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर रेफरी चुनीं गईं और इन्होंने भी 2018 में FIFA का पैनल ज्वाइन किया।
पहले भी संभाल चुकी हैं पुरुषों के मुकाबले
रंजीता देवी और रि-ओलांग धर इससे पहले भी पुरुषों के मुकाबलों में बतौर रेफरी भाग ले चुकी हैं। साल 2018 में रंजीता और धर ने दक्षिण अफ्रीका में BRICS देशों के बीच हुई फुटबॉल प्रतियोगिता में बतौर रेफरी मोर्चा संभाला था। लेकिन आई-लीग में दोनों की भागीदारी पहली बार होगी और ISL के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी डोमेस्टिक लीग मानी जाने वाली आई-लीग में पहली बार महिला रेफरी भाग लेती नजर आएंगी। भारत अगले साल अंडर-17 महिला विश्व कप और फिर महिला AFC एशियन कप की मेजबानी भी करेगा। ऐसे में महिला रेफरियों को अधिक से अधिक मौके दिया जाना स्वाभाविक है।