भारतीय महिला फुटबॉल टीम जिस नाटकीय अंदाज में AFC महिला एशिया कप से बाहर हुई उसके बाद आलोचनाओं के बीच टीम के हेड कोच थॉमस डैनर्बी ने AFC यानि एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन के रवैये पर सवाल उठाए हैं। कोविड संक्रमित खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा होने के कारण भारतीय टीम 13 फिट खिलाड़ी भी मुकाबलों के लिए फील्ड पर नहीं उतार पाई जिस कारण मेजबान भारत को ही टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। ऐसे में कोच डैनर्बी का कहना है कि AFC ने सही तरीके से कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जिसका खामियाजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ा। कोच के मुताबिक जिस होटल में टीम ठहरी थी वहां के स्टाफ को हर तीन दिन में टेस्ट करने की बजाय 6 दिन के अंतर पर टेस्ट किया गया जिससे भारतीय टीम को संक्रमण हो गया और किसी को भनक तक नहीं लगी।
भारत ने पूल ए में अपना पहला मैच ईरान के खिलाफ ड्रॉ खेला था। इसके बाद भारत को चीनी ताइपे के खिलाफ 23 जनवरी को मैच खेलना था लेकिन कोविड संक्रमण के कारण टीम के खिलाड़ी मैदान में नहीं उतर सकीं। कोच डैनर्बी के मुताबिक जिस होटल में टीम रुकी थी वहां के स्टाफ और बाकि सदस्यों का सही से कोविड टेस्टिंग की जिम्मेदारी AFC की थी, लेकिन AFC की लापरवाही के कारण ये हालात हुए। डैनर्बी से मीडिया से वर्चुअल चर्चा में कहा कि उनकी टीम की खिलाड़ियों को मुंबई के जिस होटल में रुकना पड़ा वहां स्टाफ की टेस्टिंग 11 जनवरी और उसके बाद सीधे 17 जनवरी को हुई। कोच के मुताबिक होटल के कुकिंग स्टाफ और सर्विंग स्टाफ के कुछ सदस्य भी पॉजिटिव आए, और ऐसे में ये कहना बिल्कुल गलत नहीं है कि टीम को कोविड संक्रमण होटल के स्टाफ से ही हुआ है। इस पूरे घटनाक्रम में लगातार AFC और AIFF दोनों की ही आलोचना हो रही है। टूर्नामेंट के आयोजन के प्रोटोकॉल के अनुसार टेस्टिंग की जिम्मेदारी मेजबान ऑर्गनाइजेशन की है।
भारतीय महिला फुटबॉल टीम को मेजबान के रूप में टूर्नामेंट में भाग लेना का मौका मिला था। साल 2003 के बाद पहली बार टीम इंडिया एशिया कप का हिस्सा बन रही थी। खास बात ये थी कि इस टूर्नामेंट में नॉकआउट दौर में पहुंचने वाली टीमों में से टॉप 5 को अगले साल होने वाले फीफा महिला विश्व कप का हिस्सा बनने का मौका भी मिलता। लेकिन टीम इंडिया को खेलने का मौका ही नहीं मिला। फैंस आहत होकर ट्विटर पर AIFF यानि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ पर तीखा प्रहार कर रहे हैं और #aiffdontkillourdream हैशटैग को प्रचारित कर रहे हैं।
भारतीय महिला टीम ने पिछले काफी महीनों से तगड़ी मेहनत की थी। टीम लगातार मजबूत टीमों के खिलाफ मुकाबले खेल अपनी शैली मजबूत कर रही थी। लेकिन टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेलने के बाद इस तरह कोविड के कारण टीम को पीछे हटना पड़ा जिसकी वजह से फैंस और खुद टीम की खिलाड़ी भी आहत हैं।