एमबापे का फ्रेंच फुटबॉल फेडरेशन पर बड़ा आरोप, कहा- "नस्लभेद मामले पर ढिलाई की वजह से छोड़ने वाला था अंतरराष्ट्रीयफुटबॉल"

एमबापे ने पिछले साल यूरो कप के नॉकआउट राउंड में स्विट्जरलैंड के खिलाफ पेनेल्टी मिस की थी।
एमबापे ने पिछले साल यूरो कप के नॉकआउट राउंड में स्विट्जरलैंड के खिलाफ पेनेल्टी मिस की थी।

फ्रांस के फुटबॉल स्टार और पेरिस सेंट-जर्मेन क्लब के प्रमुख खिलाड़ी काइलिन एमबापे ने फ्रेंच फुटबॉल फेडरेशन पर बड़ा आरोप लगाया है। एमबापे के मुताबिक पिछले साल यूरो कप 2020 में अंतिम-16 के मैच के दौरान आखिरी पेनेल्टी को गोल में बदलने से चूकने पर उनकी टीम हारी थी और टू्र्नामेंट से बाहर हो गई थी। इस वाकये के बाद एमबापे को लगातार नस्लभेदी टिप्पणियां झेलनी पड़ीं लेकिन फ्रेंच फुटबॉल फेडरेशन के प्रेसिडेंट नोएल ले ग्राएट ने नस्लभेद के किसी भी प्रकरण से साफ इंकार कर दिया जिसके बाद एमबापे फ्रांस की टीम को अलविदा कहने तक के लिए तैयार हो गए थे।

साल 2020 में कोविड के कारण यूरो कप का आयोजन पिछले साल हुआ था। फ्रांस की टीम को जर्मनी, पुर्तगाल और हंगरी के साथ ग्रुप एफ में रखा गया था और टीम ने ग्रुप स्टेज में पहला स्थान हासिल किया। लेकिन राउंड ऑफ 16 नॉकआउट स्टेज में 2018 की विश्वकप विजेता फ्रांस को स्विट्जरलैंड जैसी कागजों पर कमजोर टीम ने पेनेल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर बाहर कर दिया था।

स्विट्जरलैंड के खिलाफ इस शॉट के साथ एमबापे ने निर्णायक पेनेल्टी मिस की थी।
स्विट्जरलैंड के खिलाफ इस शॉट के साथ एमबापे ने निर्णायक पेनेल्टी मिस की थी।

ये हार एमबापे के लिए इसलिए भी ज्यादा दुख देने वाली थी क्योंकि फ्रांस के लिए आखिरी पेनेल्टी उन्होंने ही ली थी जो वो मिस कर गए थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर लगातार एमबापे को नस्लभेदी हमलों का शिकार होना पड़ा और एमबापे के मुताबिक ऐसे मुश्किल समय में फ्रांसिसी फुटबॉल फेडरेशन ने उन्हें उचित सपोर्ट नहीं दिया।

एमबापे ने नोएल के बयान के बाद अपना रिएक्शन ट्वीट कर दिया है।
एमबापे ने नोएल के बयान के बाद अपना रिएक्शन ट्वीट कर दिया है।

फ्रेंच फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष नोएल ने एक मीडिया हाउस के साथ हुए इंटरव्यू में ये माना कि एमबापे ने उचित समर्थन नहीं मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने तक का मन बना लिया था। लेकिन नोएल ने इसका कारण पेनेल्टी मिस करने को बताया है। इसी के जवाब में एमबापे ने भी ट्विटर पर ट्वीट कर साफ किया कि उन्होंने संन्यास लेने की बात पेनेल्टी मिस होने की वजह से नहीं कही थी, बल्कि नस्लभेद के खिलाफ फेडरेशन के रवैये को लेकर कही थी।

23 साल के एमबापे दुनिया के सबसे मशहूर फुटबॉलर में शामिल हैं और साल 2018 में विश्व कप जीतने वाली फ्रांसीसी टीम का भी हिस्सा रहे थे। एमबापे इस साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले फीफा विश्व कप में भी फ्रांस का प्रतिनिधित्व करते दिखाई देंगे।

Edited by Prashant Kumar