कतर में हो रहे फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 के शुरु होने से पहले टूर्नामेंट के साथ ही OneLove आर्मबैंड काफी चर्चा में था। फिलहाल के लिए इस आर्मबैंड की चर्चा पर विराम लग गया है। कतर के 'मानवाधिकारों' का हवाला देते हुए सितंबर 2022 में इंग्लैंड समेत जिन 7 यूरोपीय देशों ने ऐलान किया था कि उनकी टीमें समलैंगिक रिश्तों और समानता को दर्शाता आर्मबैंड अपने मुकाबलों में पहनेंगे, उन्होंने फिलहाल के लिए अपने कदम पीछे कर लिये हैं। इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने भी ईरान के खिलाफ मुकाबले में इस आर्मबैंड को नहीं पहना।
इंग्लैंड, वेल्स, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, स्विट्जरलैंड, जर्मनी और डेनमार्क के फुटबॉल एसोसिएशन ने सितंबर में ऐलान किया था कि विश्व कप मुकाबलों के दौरान उनके कप्तान OneLove आर्मबैंड पहनकर Gay Rights, समानता, और ऐसे मुद्दों पर कतर में हो रही 'नाइंसाफी' का विरोध करेंगे। इस संबंध में फीफा ने हमेशा से ही हामी नहीं भरी।
इंग्लैंड के ईरान के खिलाफ विश्व कप मैच से पहले तक इंग्लिश फुटबॉल एसोसिएशन फीफा के प्रतिनिधियों के साथ इस बारे में चर्चा करता रहा। जब फीफा ने साफ कर दिया कि इस बैंड को पहनने वाले खिलाड़ियों को सीधा येलो कार्ड दिखाया जाएगा और संबंधित फुटबॉल संघ के खिलाफ भी प्रतिबंध संबंधी कार्रवाई होगी, तो सभी संघों ने अपने पैर पीछे खींच लिए।
सातों फुटबॉल संघों ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट के जरिए ये बात कही है। फुटबॉल संघों ने अपने बयान में कहा है कि फीफा ने खिलाड़ियों के खिलाफ sanction लगाने की बात कही और एसोसिएशन अपने खिलाड़ियों का ऐसे नुकसान नहीं कर सकता। साथ ही फुटबॉल संघों ने फीफा के फैसले पर नाराजगी भी जताई है।
लेकिन इस पूरे वाकये के बाद कई फैंस अब इंग्लिश टीम, एसोसिएशन की आलोचना कर रहे हैं। फैंस का मानना है कि जिस आर्मबैंड को पहनने के लिए कप्तान हैरी केन ने एक दिन पहले तक इतना शोर मचाया, उसे एक पीले कार्ड के कारण नहीं पहन रहे।
इंग्लैंड के कप्तान ने भले ही आर्मबैंड न पहना हो, लेकिन बीबीसी स्पोर्ट्स की पत्रकार ऐलेक्स स्कॉट ने इंग्लैंड के मैच से ठीक पहले आर्मबैंड पहनते हुए अपना समर्थन जताया। स्कॉट विश्व कप की कवरेज के लिए कतर में हैं।