भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम बहरीन के बाद अब बेलारूस के हाथों भी दोस्ताना मुकाबला हार गई है। बहरीन में खेले गए मुकाबले में भारत को बेलारूस ने 3-0 से हराते हुए एएफसी एशियन कप की तैयारियों को लेकर बड़ा सवाल उठाया है। दो दिन पहले ही बहरीन के हाथों आखिरी मिनटों में गोल खाने की वजह से टीम इंडिया ने 2-1 से मैच गंवा दिया था। हालांकि इन दोस्ताना मुकाबलों को खेलने का मकसद ही भारतीय टीम की कमजोरियों को परखने का है, लेकिन समय है कि टीम का स्तर और सुधरे।
भारतीय टीम ने बहरीन के खिलाफ हुए मुकाबले के लिहाज से इस मैच में 7 बदलाव किए। अनिरुद्ध थापा, जैकसन सिंह को इस बार मौका दिया गया। फीफा रैंकिंग में 94वें नंबर पर काबिज बेलारूस की टीम जहां 4-4-1-1 के फॉर्मेशन के साथ उतरी वहीं 104 रैंकिंग वाली भारत ने अटैक पर ज्यादा ध्यान देते हुए 3-4-3 का फील्ड फॉर्मेशन रखा। बेलारूस ने शुरुआत से ही भारतीय टीम के खिलाफ अटैक कर मौके बनाए। पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ लेकिन बॉल का अधिकतर पोजेशन बेलारूस के पास रहा।
दूसरा हाफ शुरु होते ही बेलारूस ने 48वें मिनट में बेलारूस के लिए आर्टेम बायकोव ने पहला गोल दागा। 68वें मिनट में आंद्रे सोलोवेय ने गोल कर टीम को 2-0 से आगे कर दिया। इसके बाद 90+1 मिनट पर भारत के कमजोर डिफेंस का फायदा लेते हुए बेलारूस के लिए वेलेरिय ने गोल किया और बेलारूस की जीत 3-0 से हो गई। मुकाबले के पहले ही भारतीय टीम के कोच आइगर स्टिमैक ने माना था कि बेलारूस की टीम तकनीकी खेल के मामले में बहरीन से बेहतर है और ऐसे में भारतीय टीम को गेम में अपना 100 फीसदी देना होगा, लेकिन टीम के खेल में कई जगह खामियां दिखीं। जून 2022 में कोलकाता में भारतीय टीम एएफसी एशिय कप क्वालीफ़ायर में खेलेगी, ऐसे में अधिक से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैच टीम को बेहतर एक्सपोजर देंगे।