आखिरकार देश के फुटबॉल प्रेमियों की कोशिश रंग लाई है और सितंबर में चीन में होने वाले एशियन गेम्स में भारतीय फुटबॉल टीम के खेलने को हरी झंडी मिल गई है। देश के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खुद ट्वीट कर जानकारी दी कि देश की पुरुष और महिला फुटबॉल टीमें 19वें एशियाड में भाग लेंगी। पूर्व में भारत सरकार के नियमों का हवाला देते हुए भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने फुटबॉल टीमों को भेजने से इंकार कर दिया था जिसके बाद लगातार फुटबॉल फैंस सोशल मीडिया पर विशेष मुहिम चला रहे थे। अनुराग ठाकुर अपने ट्वीट में टीमों के अच्छे प्रदर्शन की कामना की।
पूर्व के मानकों के अनुसार भारत की ओर से विभिन्न खेलों की केवल वही टीमें एशियन गेम्स में भाग ले सकती थीं जिनकी एशिया में रैंकिंग टॉप 8 में हो। भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम फीफा रैंकिंग में 99वें और एशिया में 18वें नंबर पर है जबकि महिलाओं में भारत की ओवरऑल रैंकिंग 60 है और एशिया में यह 11वीं है। पिछले हफ्ते जब यह घोषणा हुई थी कि भारत की फुटबॉल टीमें एशियन गेम्स का हिस्सा नहीं बनेंगी, तो सोशल मीडिया पर फुटबॉल प्रेमियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
टीम इंडिया के कोच आइगर स्टिमैक ने खुद ट्वीट कर खेल मंत्रालय से गुहार लगाई थी कि भारत को फुटबॉल में एशियन गेम्स का हिस्सा बनने का मौका दिया जाए। अब खेल मंत्रालय के सकारात्मक फैसले के बाद आइगर काफी खुश हैं। एक इंटर्व्यू में आइगर ने इस फैसले के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष कल्याण चौबे के साथ ही सभी फुटबॉल प्रेमियों का शुक्रिया अदा किया।
एशियन गेम्स में देशों की अंडर-23 फुटबॉल टीमें हिस्सा लेंगी जिनमें 3 खिलाड़ी अधिक उम्र के हो सकते हैं। माना जा रहा है कि टीम इंडिया के कप्तान सुनील छेत्री, डिफेंडर संदेश झिंगन और गोलकीपर गुरप्रीत संधू बतौर सीनियर प्लेयर टीम का हिस्सा बनेंगे। टीम इंडिया के एशियन गेम्स में जाने की खबर का ऐलान होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर फुटबॉल प्रेमी अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। भारतीय टीम पिछली बार हुए एशियाड में भी नियमों के चलते भाग नहीं ले पाई थी और ऐसे में यह खबर खेल प्रेमियों के लिए काफी राहत लेकर आई है।