ओडिशा एफसी ने बेंगलुरु को हराकर जीता सुपर कप का खिताब

सुपर कप जीतने के बाद खिताब के साथ ओडिशा एफसी की टीम।
सुपर कप जीतने के बाद खिताब के साथ ओडिशा एफसी की टीम।

ओडिशा एफसी ने हीरो सुपर कप का खिताब जीत लिया है। देश के फुटबॉल क्लबों के बीच होने वाले इस सालाना नॉकआउट टूर्नामेंट के फाइनल में ओडिशा ने बेंगलुरु एफसी को 2-1 से मात देते हुए ट्रॉफी हासिल की। ओडिशा ने पहली बार इस प्रतियोगिता को जीता है जबकि साल 2018 में टूर्नामेंट का पहला संस्करण जीतने वाली बेंगलुरु की टीम दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी।

केरल के कोजिकोड़े में हुए खिताबी मैच में ओडिशा की जीत के हीरो रहे डिएगो मोरिशियो जिन्होंने दोनो गोल दागे। ब्राजील के मॉरिशियो ने 23वें और 38वें मिनट में गोल कर टीम को 2-0 से आगे कर दिया। बेंगलुरु की टीम पहले हाफ में कोई गोल नहीं कर पाई जबकि दूसरे हाफ में 85वें मिनट में टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने गोल कर बेंगलुरु का खाता खोला लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। फुल टाइम पर ओडिशा के खिलाड़ी खुशी से झूम उठे।

ओडिशा की टीम के लिए यह अब तक का सबसे बड़ा और पहला खिताब है। वहीं इस सीजन डुरंड कप जीतने वाली बेंगलुरु के लिए लगातार दूसरे महीने निराशा हाथ लगी क्योंकि टीम इस साल मार्च में इंडियन सुपर लीग के फाइनल में एटीके मोहन बगान के हाथों हारी थी।

हीरो सुपर कप का आयोजन ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन यानी AIFF द्वारा किया जाता है जिसमें कुल 16 टीमें भाग लेती हैं। इसमें इंडियन सुपर लीग और आई-लीग में भाग लेने वाले क्लब नॉकआउट के फॉर्मेट में खेलते हैं। ISL के सभी 11 क्लब सीधे ग्रुप स्टेज में जाते हैं जबकि आई-लीग की विजेता टीम ग्रुप स्टेज में पहुंचती है। बाकी शेष 4 स्पॉट के लिए आई-लीग में दूसरे से 10वें स्थान पर रहने वाली टीमें क्वालीफ़ायर खेलती हैं। इस टूर्नामेंट को साल 2018 में फेडरेशन कप की जगह शुरु किया गया था।

साल 2018 में सुपर कप के पहले संस्करण के फाइनल में बेंगलुरु एफसी ने ईस्ट बंगाल को हराया था और खिताब की पहली विजेता बनी थी। 2019 में एसफी गोवा ने चेन्नईयन को हराकर खिताब अपने नाम किया। 2020 से 2022 के बीच कोविड-19 के कारण प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई थी।