पोर्तो ने क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो की युवेंट्स को चैंपियंस लीग से बाहर किया

क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो
क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो

क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो की युवेंट्स मंगलवार को लगातार दूसरे साल चैंपियंस लीग से बाहर हो गई है। युवेंट्स को 10 खिलाड़‍ियों के साथ खेल रही पोर्तो को अवे गोल के आधार पर शिकस्‍त झेलनी पड़ी जबकि ट्यूरिन में खेले गए दूसरे चरण के मुकाबले को युवेंट्स ने 3-2 से जीता। सर्जियो ओलीविरा के अतिरिक्‍त समय में फ्री किक पर दागे गोल की मदद से दो बार की पूर्व चैंपियन पोर्तो क्‍वार्टर फाइनल में पहुंची। युवेंट्स और पोर्तो के बीच मुकाबला 4-4 गोल से बराबर का रहा।

पुर्तगाल में पहले चरण में 2-1 की बढ़त बनाने वाली पोर्तो को पहले हाफ में पेनल्‍टी पर गोल दागकर ओलीविरा ने फायदा दिलाया, लेकिन फेडरिको चिसा के दो गोल की बदौलत युवेंट्स ने स्‍कोर बराबर कर दिया। इसी दौरा पोर्तो के स्‍ट्राइकर मेहदी तारेमी को रेफरी ने लाल कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया। इसके बाद ओलीविरा ने 115वें मिनट में निचला फ्री किक जमाया, जो रोनाल्‍डो के पैर के पास से निकला और एड्रियान रेबियट का हेडर भी किसी काम नहीं आया।

युवेंट्स की उम्‍मीदों पर खरे नहीं उतरे रोनाल्‍डो

युवेंट्स को अपने प्रमुख खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो और फॉर्म में चल रहे स्‍पेन के अलवारो मोराटा से गोल की उम्‍मीद थी, लेकिन दोनों ही खिलाड़ी अपना जलवा नहीं बिखेर सके। रोनाल्‍डो इस प्रतियोगिता के रिकॉर्ड गोलस्‍कोरर हैं जबकि मोराटा ने इस सीजन में 6 गोल दागे हैं। आंद्रे पिर्लो की टीम युवेंट्स अपने चोटिल खिलाड़‍ियों के कारण मैच में जूझती हुई नजर आई। मिडफील्‍डर आर्थर और डिफेंडर लियोनार्डो बोनुकी चोटिल हैं, लेकिन कप्‍तान जिर्योजियो छिलेनी बेंच पर बैठे रहे जबकि डानिलो निलंबित थे।

पोर्तो के गोलकीपर अगुस्टिन मार्चेसिन ने मोराटा के हेडर पर शुरूआती मिनटों में शानदार बचाव किया जबकि तारेमी का किक क्रॉसबार पर लगा, जिससे मैच की शुरूआत रोमांचक अंदाज में हुई। इटालियन चैंपियंस तब पीछे हुई जब मेरिह डेमिराल ने पेनल्‍टी हासिल की क्‍योंकि तारेमी को बॉक्‍स में गिराया जबकि डच रेफरी बीजोर्न कुइपर्स ने पेनल्‍टी का इशारा किया। ओलीविरा ने पेनल्‍टी को गोल में तब्‍दील करने में कोई गलती नहीं की और मेहमान टीम को 3-1 की बढ़त पर पहुंचा दिया। मैच में जब 12 मिनट बचे थे तब क्रिस्टियानो रोनाल्‍डो चैंपियंस लीग में अपना 134वां गोल करने से चूक गए।

Edited by Vivek Goel