फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 के शुरु होने में कुछ ही दिन बचे हैं और हर दिन फुटबॉल प्रेमी इस खेल के महाकुंभ से जुड़ी खास बातें जानने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। मेजबान कतर समेत कुल 32 देश इस बार के विश्व कप में भाग ले रहे हैं। जहां एक और कतर पहली बार फुटबॉल विश्व कप में बतौर टीम भाग लेगा वहीं एक ऐसा देश है जो 6 दशकों के लंबे इंतजार के बाद दोबारा विश्व कप में खेलता दिखेगा, और ये देश है वेल्स का।
साल 1930 में फुटबॉल विश्व कप का पहली बार आयोजन हुआ था। वेल्स ने पहली बार साल 1958 में विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था और अब पूरे 64 सालों के बाद दोबारा ये टीम मुख्य ड्रॉ का हिस्सा बनी है। वेल्स ने इस विश्व कप के लिए हुए क्वालिफिकेशन राउंड में शुरुआती मैच बेल्जियम के खिलाफ गंवाया, लेकिन उसके बाद के बचे सातों मैच में टीम को हार नहीं मिली। वेल्स ने आखिरी मैच में यूक्रेन को 1-0 से हराया और विश्व कप के मुख्य ड्रॉ में इतने सालों बाद जगह बनाई।
फीफा से दे दिया था इस्तीफा
1928 में में नीदरलैंड्स के ऐम्स्टरडैम में ओलंपिक खेलों में फुटबॉल की स्पर्धा होनी थी। तब फीफा ने भाग लेने वाले देशों को निर्देश दिया कि अपनी टीमों के खिलाड़ियों को अतिरिक्त भुगतान करें। इसका विरोध करते हुए वेल्स, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और आयरलैंड के फुटबॉल संघों ने फीफा से इस्तीफा दे दिया। 1950 से पहले वेल्स ने फिर फीफा की सदस्यता ले ली।
साल 1958 के क्वालिफिकेशन दौर में वेल्स ने तत्कालीन चेकोस्लोवाकिया और तत्कालीन पूर्वी जर्मनी पर जीत दर्ज कर पहली बार विश्व कप के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई। विश्व कप में उस साल वेल्स ने क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया जहां ब्राजील ने उन्हें मात दी। खास बात ये थी कि टीम ने क्वार्टरफाइनल से पहले कोई भी मैच नहीं गंवाया था। वेल्स ने तीन ग्रुप मैच ड्रॉ खेले जबकि आखिरी मैच में हंगरी को मात दी थी।
ग्रुप बी में होगा मुकाबला
कतर विश्व कप में वेल्स की टीम को इंग्लैंड, ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। टीम 21 नवंबर 2022 को अमेरिका के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी। 25 नवंबर को ईरान और फिर 29 नवंबर को टीम का सामना वेल्स से होगा। टीम के कप्तान गैरथ बेल हैं जो रियाल मेड्रिड के लिए खेल चुके हैं और बेहतरीन विंगर्स में गिने जाते हैं।