कब्ज़, डायरिया, गठिया जैसे रोगो का इलाज करे काली मूसली, जानें 4 चमत्कारी फायदे

काली मूसली के 4 चमत्कारी फायदे (फोटो - sportskeedaहिन्दी)
काली मूसली के 4 चमत्कारी फायदे (फोटो - sportskeedaहिन्दी)

काली मूसली (Black Musli) एक प्रकार की जड़ी बूटी है, इसमें भी सफ़ेद मूसली के जैसे औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने, पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ावा देने और मूत्र संबंधित समस्याओं के इलाज में उपयोगी है। इसका प्रयोग चूर्ण, पेस्ट तथा स्मोक के रूप में किया जाता है। यूनानी दवाओं में, काली मूसली की जड़ टॉनिक के रूप में बनाई जाती है जिसमे एंटीपाइरेटिक (anti-pyretic), कार्मिनेटिव (carminative) आदि इफ़ेक्ट होते हैं। इससे कब्ज़, अपच, डायरिया, गठिया, हाइड्रोफोबिया, ऑफ्थैल्मिया, ब्रोनकाइटिस आदि रोगों का उपचार किया जा सकता है। इस लेख में काली मूसली के चमत्कारी फायदों के बारे में जानकारी दी गयी है।

कब्ज़, डायरिया, गठिया जैसे रोगो का इलाज करे काली मूसली, जानें 4 चमत्कारी फायदे

1. मूत्र पथ के संक्रमण से बचाव करे (Prevent urinary tract infection)

काली मूसली मूत्र मार्ग में संक्रमण के इलाज के लिए एक प्रभावी हर्बल सूत्रीकरण है। तीन दोषों (वात, पित्त या कफ) का असंतुलन अक्सर दर्दनाक पेशाब का कारण बनता है। काली मूसली का सेवन करने से जलन से राहत मिलती है और मूत्रवर्धक गुण के कारण मूत्र उत्पादन में वृद्धि होती है और UTI के लक्षण कम हो सकते हैं।

2. लिवर के स्वास्थ्य का ख्याल रखे (Takes care of liver health)

पीलिया या लिवर को प्रभावित करने वाली कोई अन्य स्थिति पित्त दोष के असंतुलन के कारण होती है। काली मूसली लिवर से सम्बंधित समस्याओं जैसे लिवर में सूजन, पीलिया और खराब लिवर फंक्शन को नियंत्रित करने के लिए एक औषधीय पूरक है।

3. त्वचा की रंगत को बढ़ाये (Enhance skin tone)

काली मूसली की जड़ को बारीक पीसकर त्वचा पर बाहरी रूप से लगाया जाता है, जो एक्जिमा और अन्य त्वचा रोगों को ठीक करने में अविश्वसनीय रूप से अच्छा काम करती है। यह त्वचा की चमक और रंगत को निखारने में मददगार है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण जल्दी घाव भरने में सहायक हैं और यह उपचार प्रक्रिया को तेज करते हैं।

4. इम्युनिटी को मजबूत करे (Strengthen immunity)

इस जड़ी बूटी की रसायन प्रकृति एक मजबूत इम्युनिटी के निर्माण में सहायता करती है और शरीर को मजबूत करती है। इस हर्बल दवा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है और नई त्वचा कोशिकाओं के पुनर्जनन का समर्थन करता है। यह कई इम्यून-बूस्टिंग वाले आयुर्वेदिक फार्मूलों में एक प्रमुख घटक के रूप में भी प्रयोग की जाती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Vineeta Kumar