अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कम है, तो ऐसे लोगों को बीमारियां जल्दी अटैक करती है। किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी है। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं गिलोय का काढ़े से होने वाले फायदे और उसको बनाने का तरीका। वैसे तो हर कोई अपने-अपने तरीके से गिलोय का काढ़ा बनाता है लेकिन इसे बनाने का सही तरीका बहुत कम लोगों को पता है।
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए सामग्री -
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले दो कप पानी लें। फिर इसमें गिलाय के एक-एक इंच के 5 टुकड़े डालें, एक चम्मच हल्दी, 2 इंच अदरक का टुकड़ा, 6 से 7 तुलसी के पत्ते और स्वादानुसार गुड़ डाल दें।
गिलोय का काढ़ा बनाने का तरीका -
सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी को उबलने के लिए रख दें और फिर इसमें सभी सामग्री को डालें और गिलोय भी डाल दें। अब धीमी आंच पर इसे पकने दें। जब पानी आधा रह जाए और सभी चीजें अच्छे से पक जाएं तो गैस बंद कर दें। और इससे चाय की तरह पीएं।
गिलोय का काढ़ा पीने के फायदे -
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है - गिलोय का काढ़ा पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। वहीं इसमें मौजूद अदरक और हल्दी मिलकर इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं।
संक्रमण से बचते हैं - अगर आप रोजाना गिलोय का काढ़ा पीते हैं तो इससे आपका शरीर कई तरह के संक्रमण से बच सकता है।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए - डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने पर भी गिलोय का सेवन किया जाता है, जिससे काफी तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ती हैं।
गठिया रोग - अगर किसी को गठिया की परेशानी हैं तो इसके लिए गिलोय बहुत फायदेमंद होता है।
डायबिटीज - ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए भी फायदेमंद है गिलोय। आयुर्वेद में डायबिटीज के मरीजों को गिलोय खाने की सलाह दी जाती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।