अगर आपके शरीर (Body) के सभी अंग (Organs) अच्छे से काम कर रहे हैं तो आप बेहद लकी इंसान हैं। इसकी एक बड़ी वजह ये है कि सेहत (Health) से बड़ी नियामत कोई नहीं है। शरीर का हर अंग एक दूसरे से जुड़ा हुआ है जिस तरह से इंसान एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। आप हिंदुस्तान में रहते हुए भी अमरीका के इंसान से जुड़े हुए हैं।
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यहाँ बात टेक्नोलॉजी की नहीं हो रही है बल्कि उस ताकत की हो रही है जो हम सबके शरीर का पावरहाउस है। दिमाग, एक ऐसा स्थान जिसमें होनेवाली छोटी हलचल भी बड़ी परेशानियों का कारण बन सकती है। दिमाग से हम सब जुड़े हुए हैं और शायद इसीलिए कहा जाता है कि एक जगह की दिक्कत देखकर अगर आपको बुरा नहीं लगता है तो ये गलत बात है।
हम अपने शरीर से जुड़े हर विकार को डॉक्टर के पास चेक करवाने जाते हैं जिसमें गुप्तांगों में हुई परेशानी भी शामिल है लेकिन दिमाग से जुड़ी किसी परेशानी को हम नजरअंदाज कर देते हैं। ये कितनी गलत बात है कि हम अपनी सेहत को तरजीह नहीं देते हैं जबकि आप अपनी सेहत से ज्यादा कुछ नहीं हैं।
मानसिक कमजोरी कैसे दूर करें (How to get rid of mental weakness)
दिमाग में हमारे शरीर का पूरा पावर है। एक तरह से आप इसे ऐसे समझें कि आपके घर में पड़ी इलेक्ट्रिक लाइन का पावर आपके एमसीबी में होता है। अगर किसी ने एमसीबी में छेड़छाड़ कर दी या उसमें कोई दिक्कत हो गयी तो परेशानी बढ़ सकती है। ठीक वैसे ही हमारे शरीर में मौजूद हर नस, मांसपेशी एवं हड्डी का जुड़ाव दिमाग के साथ है।
अगर दिमाग में कोई दिक्कत हुई तो इंसान का दिमाग चल जाता है। लोग इसे अब भी कई बार मजाक में टाल देते हैं जबकि ये एक बड़ी बीमारी है। एक बड़ा सवाल ये है कि ऐसी स्थिति में फिर अपनी मानसिक स्थिति एवं उसकी दुर्बलता को कैसे ठीक रखा जाए? अगर आप इसका जवाब चाहते हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद रहेंगे।
योग करें (Do Yoga)
योग को आप किसी धर्म या आस्था से ना जोड़ें और इसे शरीर को स्वस्थ रखने का एक तरीका समझें। दिमाग में भी खून का बहाव होता है। अगर खून सही से नहीं बहेगा तो दिमाग को परेशानी होगी। ये बिल्कुल उसी तरह है कि अगर आपके घर में पावर सप्लाई सही नहीं है तो बिजली के उपकरण सही से काम नहीं करेंगे। अपनी सेहत को ठीक रखने के लिए योगासन करें, और अगर आप कोई और योगासन नहीं करना चाहते हैं तो सिर्फ अनुलोम विलोम ही करें। इससे आपको अच्छा महसूस होगा।
दवाइयों का सहारा लें (Use Prescribed Medicines)
डॉक्टर के पास जाने की नौबत अगर आ गई है तो किसी मनोचिकित्स्क को दिखाएं। ऐसा करते ही आप अपनी परेशानी को खत्म कर लेंगे। डॉक्टर आपका इलाज करके आपको कुछ दवाइयाँ देंगे जिन्हें खाकर आप ठीक हो जाएंगे। अगर आपकी अवस्था ऐसी है कि आप समझ नहीं सकते हैं तो आपके परिवार में कोई भी आपको ये दवाइयाँ खिला सकता है। इससे शरीर के अंदर मौजूद दिमाग के उस हिस्से पर असर होगा जो आपको धीरे धीरे ठीक कर देगा।
खुद को कमजोर ना होने दें (Never Become Physically Weak)
टीवी पर एक विज्ञापन आता है जो कहता है चुस्त शरीर तो तेज दिमाग और ये बात सच है लेकिन हम उस दवाई या विज्ञापन को सत्यापित नहीं कर सकते हैं। शरीर में विटामिन, मिनरल्स एवं जरूरी तत्वों की कमी कभी ना होने दें। इससे आप अच्छा महसूस करेंगे जो आपको काफी बेहतर महसूस कराएगा। इसलिए हेल्थी खाना खाएं और हो सके तो सिर्फ घर का खाना खाएं और अपनी पसंदीदा कोल्ड्रिंक भी छोड़ दें क्योंकि उससे कोई लाभ नहीं हो रहा है।
कमजोरी का सामना करें (Face Your Fears)
अगर आप ये सोचते हैं कि आपको छिपकली से ड़र लगता है तो आप उसके आने पर खुद को पैनिक ना होने दें। अगर आपने एक बार ऐसा कर लिया तो आपका ड़र अपने आप खत्म हो जाएगा। ड़र में कोई ताकत नहीं होती है, उसको ताकत हम देते हैं, घबराकर और उससे वो हावी हो जाता है। दिमाग में कमजोरी इसलिए आती है क्योंकि आप किसी चीज से घबरा जाते हैं और हड़बड़ा जाते हैं। ऐसे भी कई लोग हैं जिन्हें शादी का नाम सुनकर ड़र लगने लगता है क्योंकि उन्हें गामोफोबिया होता है। ड़र सिर्फ तब तक बड़ा है जब तक आप उसे बड़ा बनने दे रहे हैं और वो धीरे धीरे आपके दिमाग को कमजोर कर देता है।
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