खुजली की समस्या किसी को भी हो सकती है और इस वजह से आपके शरीर पर रैशज की भी समस्या हो सकती है। कभी-कभी त्वचा की नमी, किसी बीमारी अथवा अन्य किसी संक्रमण के कारण खुजली (Khujli ko kaishe door karen) की समस्या हो सकती है। शरीर में कहीं भी खुजली होने पर बार-बार उसे खुरचने के चलते तुरंत राहत तो मिल जाती है लेकिन बाद में ये समस्या धीरे-धीरे बढ़ सकती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू (Khujli ke gharelu upchar) और प्राकृतिक उपाय को अपना कर आराम मिल सकता है।
खुजली के घरेलू इलाज - Khujli ke gharelu ilaj in Hindi
कपूर और नारियल तेल (Camphor and coconut oil for itching)
खुजली होने पर कपूर और नारियल का तेल इस्तेमाल करने से राहत मिल सकती है। पीसे हुए कपूर को नारियल तेल में मिलाकर खुजली वाली जगह पर दिन में दो बार लगाने से राहत मिलेगी।
एलोवेरा जेल (aloe vera gel for itching)
एलोवेरा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। त्वचा में एलर्जी होने पर खुजली, रैशेज, जलन और दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में एलोवेरा का इस्तेमाल फायदेमंद रहेगा।
फिटकरी (Use alum in itching)
फिटकरी में कई गुण मौजूद होते हैं जो स्किन रैशेज और खुजली की समस्या से निजात दिलाने में मदद करते हैं। इसके लिए फिटकरी को कुछ देर पानी में रख दें। उसके बाद इस पानी को खुजली या सूजन वाली जगह पर लगाएं। इसके बाद प्रभावित जगह पर कपूर और सरसों मिस्क कर लगा लें। इससे जल्द छुटकारा मिलेगा।
मेथी का पेस्ट (Apply fenugreek paste on itching)
मेथी दाना के मेथेनॉलिक अर्क में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जिसके द्वारा इंफ्लेमेटरी रोग जैसे एक्जिमा के कारण होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। खुजली की समस्या होने पर 2 कप मेथी के बीजों को एक घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। उसके बाद उसे पीसकर गाढ़ा पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाने से काफी राहत मिलेगी।
तिल का तेल (Sesame oil is beneficial for itching)
खुजली से छुटकारा पाने के लिए तिल का तेल भी काफी लाभकारी है। प्रभावित जगह पर हल्के हाथों से तिल का तेल लगाकर मालिश करने से राहत मिलती है।
तुलसी से दूर होगी खुजली (Tulsi will remove itching)
तुलसी एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। इसमें कई ऐसे गुण होते हैं जो शरीर को कई सारे लाभ पहुंचाते हैं। खुजली की भी समस्या में तुलसी काफी लाभकारी है। इसके लिए मुट्ठी भर तुलसी की पत्तियों को एक बाल्टी गुनगुना पानी में 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें उसके बाद उसी पानी से नहा लें। इसके अलावा इसका पेस्ट भी बनाकर प्रभावित जगह पर लगाने से आराम मिलता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।