बाजार में दो तरह के तिल उपलब्ध होते हैं। एक काला और एक सफेद जिसमें से काले तिल के बहुत से आयुर्वेदिक फायदे होते हैं। काले तिल में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है और भारत में इसकी काफी ज्यादा खेती की जाती है। इसकी गर्म तासीर के चलते लोग अक्सर इसे सर्दियों में गुड़ और तिल को मिलाकर बने लड्डू को खाना पसंद करते हैं। काला तिल प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज और फाइबर जैसे गुणों से भरपूर होता है। इसका सेवन ब्लड प्रेशर में बहुत लाभदायक होता है। लेकिन इसको खाने के कुछ फायदे और कुछ नुकसान भी हैं। तो आइए जानते हैं इस लेख में काले तिल खाने के नुकसान और फायदे के बारे में-
काले तिल खाने के फायदे Kale Til Khane Ke Fayde
हार्ट के लिए फायदेमंद - सर्दियों में खून गाढ़ा होने लगता है। जिससे हार्ट अटैक (Heart Attack), स्ट्रोक की संभावनाएं बहुत हद तक बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप काले तिल का गुड़ के साथ सेवन करते हैं, तो ये खून को ज्यादा गाढ़ा होने से बचाएगा। क्योंकि तिल बहुत ही ज्यादा गर्म तासीर की होती है जिससे शरीर में गर्माहट बनी रहती है। इसके सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों से भी आप बच सकेंगे।
दांतों की मजबूती के लिए- सुबह उठकर हम सबसे पहले ब्रश करते हैं। लेकिन ब्रश करने से पहले हमें काले तिल को जरूर चबाना चाहिए। क्योंकि इससे दांत मजबूत (strong teeth) होते हैं। साथ ही मुंह की बदबू भी कम होती है।
हड्डियों की मजबूती के लिए - काले तिल के सेवन से हड्डियां (Bones) मजबूत होती हैं। क्योंकि तिल में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जिसके सेवन से हड्डियों को मजबूत रखने में मदद मिलती है। यहीं नहीं इसके सेवन से आप जोड़ो के दर्द से भी बचे रहेंगे।
स्ट्रांग इम्यूनिटी के लिए - काले तिल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। जिसके सेवन से इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है। इसके सेवन से आपको जल्दी थकान नहीं होगी और आप ज्यादा से ज्यादा काम कर सकेंगे।
काले तिल खाने के नुकसान Kale Til Khane Ke Nuksan In Hindi
काले तिल के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है।
डायबिटीज (diabetes) के मरीजों को काले तिल का सेवन बहुत सोच समझ कर ही करना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद एंटी-डायबिटिक प्रभाव डायबिटीज को और कम कर सकता है। जो लोग शुगर की दवाइयां खाते हैं उन्हें इसका कम से कम सेवन करना चाहिए।
इसकी तासीर गर्म होने के कारण। इसका ज्यादा सेवन करने वालों में कई बार दस्त की समस्या भी हो सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
