अच्छी सेहत हर कोई चाहता है लेकिन उसे पाने के लिए हर किसी को ज़बरदस्त मेहनत करनी पड़ती है। अब कीटोजेनिक डाइट एक ऐसा रास्ता है, जिसकी मदद से आप अपने शरीर के फैट को कार्बोहाइड्रेट्स की जगह इस्तेमाल करते हैं। इस डाइट का सबसे बड़ा फायदा है वजन की कमी, भूख ज़्यादा लगना और ब्लड प्रेशर का कंट्रोल हो पाना। इसकी मदद से बच्चों को पड़ रहे मिर्गी के दौरे भी ठीक हो सकते हैं।
एक क्लासिक कीटो डायट वो है, जिसमें फैट और प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट का अनुपात 4:1 का होता है। एक स्वस्थ आदमी के लिए कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 45 ग्राम से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए। इस डाइट में 70% फैट, 25% प्रोटीन और 5% कार्बोहाइड्रेट होता है।
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आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे इस डाइट को अपने खान पान का हिस्सा बना सकते हैं (यहाँ ये ध्यान रखें कि कीटो डाइट सभी इस्तेमाल कर सकें ये ज़रूरी नहीं। अगर इसके दौरान आपको परेशानी महसूस हो तो डॉक्टर से सम्पर्क करें):
#5 अखरोट को खाने का हिस्सा बनाएं
कार्बोहाइड्रेट्स में कम और अच्छे फैट्स से भरपूर अखरोट आपके शरीर के लिए फायदेमंद है।
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फायदे: ओमेगा 3 फैटी एसिड्स से भरपूर अखरोट दिल से जुड़े खतरों को कम करता है और साथ ही ब्लड प्रेशर को कम तथा डायबिटीज़ को भी कंट्रोल में रखता है।
न्यूट्रिएंट्स: अखरोट की एक सर्विंग से 780 कैलोरी ऊर्जा, 18 ग्राम फैट, 78 ग्राम प्रोटीन और 16 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मिलता है, जिसमें से 8 ग्राम डाइट्री फाइबर होता है।
मात्रा: एक कप (120 ग्राम) अखरोट प्रति दिन।
विकल्प: ब्राजील नट्स और बादाम।
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