ऑयल पुलिंग के नुकसान : Oil Pulling Ke Nuksan

ऑयल पुलिंग के नुकसान (फोटो - sportskeeda hindi)
ऑयल पुलिंग के नुकसान (फोटो - sportskeeda hindi)

ऑयल पुलिंग (Oil Pulling) यानी तेल से कुल्ला या गरारा करना सैकड़ों सालों से लोग करते आ रहे हैं। इससे करने से मुंह की पूरी सफाई तो हो ही जाती है, साथ ही इससे स्किन पर ग्लो भी बढ़ता है और कई बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। आज कल ऑयल पुलिंग करना काफी ट्रेंड में है। लेकिन लोग इसे जुड़े लाभों के पीछे दुष्प्रभाव को नजरंदाज कर देते हैं। असल में ऑयल पुलिंग डिटॉक्सीफाइंग आयुर्वेदिक टेक्निक है। इसमें आपको खाने वाले किसी तेल (नारियल, तिल या ऑलिव ऑयल) को करीब दस से पन्द्रह मिनट पूरे मुंह में घुमाकर कुल्ला करना होता है। कहा जाता है कि सिर में दर्द, माइग्रेन, डायबिटीज के अलावा अस्थमा जैसी स्थितियों में यह फायदेमंद है। लेकिन इस तकनीक से कई तरह की हानियां भी लोगों में देखने को मिलती है। जानते हैं ऑयल पुलिंग (Oil Pulling Ke Nuksan) करने के नुकसान के बारे में।

ऑयल पुलिंग के नुकसान : Oil Pulling Ke Nuksan In Hindi

जी मिचलाना और पेट खराब होने की समस्या - ऑयल पुलिंग टेक्निक पेट की खराबी और दस्त का कारण बन सकती है। बता दें तेल के बड़े बड़े गरारे करने से व्यक्ति का जी मिचला सकता है। और गलती से अगर आपने इस तेल को निगल लिया तो पेट खराब हो सकता है। इस वजह से भी यह नुकसानदायक है। अगर आप हर रोज ब्रश करते हैं, तो आपका मुंह वैसे भी साफ़ ही रहेगा।

निमोनिया की समस्या - ऑयली चीजों की वजह से व्यक्ति को लिपोइड निमोनिया की आशंका बढ़ जाती है। ये एक तरह की फेफड़ों से जुड़ी बीमारी है। ये बीमारी ज्यादातर उन लोगों को होती है, जो ऑयल पुलिंग टेक्निक को बिना एक्सपर्ट की सलाह लिए आजमाते हैं। आपको बता दें इसे करते वक्त जब आप ज्यादा मात्रा में ऑयल को निगलते हुए सांस लेते हैं तो स्विशिंग ऑयल की वजह से सूखी खांसी की शिकायत सामने आने लगती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Naina Chauhan
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