आज के समय में लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण धूम्रपान, शराब का सेवन, मोटापा और डायबिटीज की समस्या और खराब लाइफस्टाइल को माना जाता है। लेकिन महिलाओं में PCOS के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आज के समय में महिलाओं में PCOS यानी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जानते हैं महिलाओं में पीसीओएस के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे और PCOS और दिल की बीमारियों के बीच संबंध के बारे में।
PCOS की समस्या और दिल की बीमारी के बीच संबंध (PCOS Effects on Heart Health in Hindi)
पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम महिलाओं में हॉर्मोन के असंतुलित होने की बीमारी है। इसके कारण महिलाओं में अनियमित पीरियड्स, चेहरे पर बाल उगना, डिप्रेशन, तनाव जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इस समस्या में शरीर में हॉर्मोन का असंतुलन होता है और इसकी वजह से स्ट्रेस बढ़ता है, मरीज को मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो हार्ट को गंभीर रूप से प्रभावित करता है।
PCOS से बचाव के टिप्स (PCOS Prevention Tips in Hindi)
पीसीओएस के कारण लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। इसे जीवनशैली से जुड़ा रोग माना जाता है क्योंकि वजन बढ़ने के कारण, अनहेल्दी खाने के कारण आदि आदतों से ये बीमारी होती है। पीसीओएस का इलाज करने के लिए कम कार्ब वाली चीजें खानी चाहिए और अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स हो।
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